Saturday, July 27, 2024
Homeसोशल ट्रेंडफिलिस्तीन का साथ मतलब 'मानवता' का समर्थक... कंगना 'नफरत फैलाने वाली': ऐसे फँसे इरफान...

फिलिस्तीन का साथ मतलब ‘मानवता’ का समर्थक… कंगना ‘नफरत फैलाने वाली’: ऐसे फँसे इरफान पठान

इरफान ने फिलिस्तीन के समर्थन में लिखा, ''अगर आपमें जरा भी मानवता है तो फिलिस्तीन में जो हो रहा है, आप उसका समर्थन नहीं करेंगे।'' इसके बाद कंगना पर निशाना साधते हुए...

इजरायल-फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष के बीच पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने खुद को मानवता का समर्थक बताते हुए बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर निशाना साधा है।

दरअसल, इरफान ने 11 मई को फिलिस्तीन के समर्थन में ट्वीट करते हुए लिखा था, ”अगर आपमें जरा भी मानवता है तो फिलिस्तीन में जो हो रहा है आप उसका समर्थन नहीं करेंगे।” #SaveHumanity’

इसके बाद कंगना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में विधायक दिनेश चौधरी का एक ट्वीट शेयर किया था, जिसमें कहा गया था, ”इरफान पठान को दूसरे देश से तो इतना लगाव है लेकिन खुद के देश में बंगाल पर एक ट्वीट नहीं कर पाए।”

इरफान ने खुद को बताया ‘मानवता’ का समर्थक, कंगना पर साधा निशाना

कंगना की इसी पोस्ट के जवाब में इरफान पठान ने खुद को मानवता का समर्थक बताते हुए कंगना को नफरत फैलाने वाला करार दिया।

इरफान ने लिखा, मेरे सभी ट्वीट या तो मानवता या देशवासियों के लिए होते हैं, एक ऐसे व्यक्ति के दृष्टिकोण से जिसने भारत का उच्चतम स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है। इसके विपरीत मुझे कंगना जैसे लोग मिलते हैं, जिनके अकाउंट नफरत फैलाने के लिए सस्पेंड हो जाते हैं और कुछ अन्य पेड अकाउंट भी केवल नफरत के होते हैं। #planned

आपको बता दें कि बंगाल विधानसभा के चुनावी नतीजों के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हिंसा पर बोलने के लिए ट्विटर ने अपने ‘नियमों के उल्लंघन’ का हवाला देते हुए कंगना रनौत का अकाउंट सस्पेंड कर दिया था।

‘प्रे फॉर फिलिस्तीन’ का समर्थन कर घिरे इरफान

कई यूजर्स ने इरफान से केवल फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े होने के दोहरे रवैये को लेकर सवाल उठाए जबकि इस संघर्ष में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले में कई इजरायली नागरिक भी मारे गए हैं, जिनमें से एक भारत की सौम्य संतोष भी हैं।

वहीं कुछ यूजर्स ने इरफान से बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर चुप रहने और फिलिस्तीन के लिए बोलने पर भी सवाल उठाए।

11 मई से जारी इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष में दोनों पक्षों के लोगों के मारे जाने की खबरें हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -