तनिष्क को अपने विवादित विज्ञापन के कारण बड़े स्तर पर लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में जावेद अख्तर अब उस एड पर आ रही प्रतिक्रिया पर अपना मत रखने मैदान में उतरे हैं।
अपने एक ट्वीट में उन्होंने कहा है कि अतंरजातीय विवाह हमेशा ही कुछ लोगों को परेशान करता है और नाराज लोग दूल्हे और परिवार को पशु चोर की तरह देखते हैं।
सुनंदा वशिष्ठ के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए जावेद अख्तर ने कहा, “चाहे फिल्म हो, विज्ञापन या वास्तविक जीवन सभी जगह इंटर रिलीजियस शादी हमेशा ही कुछ लोगों को परेशान करती है, जिनमें हमेशा ही लड़की पक्ष का गुस्सा देखने को मिलता है या इससे संबंधित होता है, यह नाराजगी इस बात पर आधारित होती है कि उन्हें लगता है महिलाएँ अपनी संपत्ति की तरह हैं। नाराज लोग दुल्हे और उसके परिवार को किसी गाँव के पशु चोर रूप में देखते हैं।”
An inter- communal marriage whether in a film ad or real life always upsets some people of which ever community the girl belongs to this resentment is based on belief that women are chattel their property They look at the groom n family as a village will look at cattle thieves .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) October 14, 2020
इस ट्वीट के बाद से सोशल मीडिया पर लोग जावेद अख्तर को ट्रोल कर रहे हैं। कुछ यूजर्स का सीधा सा सवाल है कि फिल्मों में चाहे बॉम्बे के रिलीज समय को याद कर लिया जाए या फिर गदर को जिसमें मुस्लिम लड़की को सिंदूर लगाने भर से विवाद खड़ा हो गया था। इसके अलावा वास्तविक जीवन में भी नुसरत जहां को मौलवियों ने कितनी धमकियाँ दी थीं यह किसी से छिपी नहीं है।
Mr. Jadu , remember what happened once BOMBAY was released & d backlash once a Sindoor applied on a Muslim Girl, film “Gadar”..
— Saurabh Kumar Singh (@saurabhksingh9) October 14, 2020
Now let’s talk practical life: Nusrat Jahan, Tollywood actress, have U forgotten d Mulla & Maulvis threatening her with FATTU FATWAS.
CHILL 786. pic.twitter.com/sU47TZUsYF
एक यूजर जावेद अख्तर के लिए लिखता है, “चाचा को बिना सच्चाई के और बर्बर विचारधारा के साथ सामंजस्य के लिए सेकुलरिज्म चाहिए।”
Chacha wants secularism without truth and reconciliation with Islamic Barbaric ideology founded by muhammad. pic.twitter.com/qjB2gkHF0L
— Maratha Confederacy 🚩🚩🚩 (@JGatsby07) October 14, 2020
लोगों का जावेद अख्तर से पूछना है कि आखिर खुद को नास्तिक बताने वाले राहुल राजपूत के साथ हुई घटना पर कोई टिप्पणी क्यों नहीं कर रहे और ऐसी कुप्रथाओं के समर्थन में क्यों अपनी आवाज उठा रहे हैं।
Chiccha do you have guts to quote aasmano kitab for exposing Islamicbarbarity against female from another culture? pic.twitter.com/tp5FdhiCD7
— Maratha Confederacy 🚩🚩🚩 (@JGatsby07) October 14, 2020
एक नेटिजन उनको लिखता है कि सेकुलर होने और पाकिस्तानी होने में कोई अंतर नहीं है। रिपोर्टिंग के लिए सेकुलर एजेंडा बिलकुल पाकिस्तानियों जैसा है। सिर्फ़ आतंकियों का असली चेहरा दिखाकर बर्बर चेहरे को छिपा ले जाना।
There is no difference in between secular & pakistani.
— “Love is love, till it is unconditional” (@gauav_raj) October 14, 2020
Secular agenda reporting is same as pakistani do “only show terrorist organisation good face n hide the cruel face.” pic.twitter.com/BxbNKMpEHV
इसी प्रकार अन्य ट्विटर अकॉउंट से जावेद से अपील की जाती है कि चूँकि वह फिल्म इडस्ट्री से जुड़े हुए हैं इसलिए ऐसी स्थिति को रिवर्स करके एड बनाएँ और फिर लुटियंस साथियों को उनके समर्थन में ट्वीट करने को बोलें।
गौरतलब है कि एक ओर जहाँ जावेद अख्तर के ट्वीट के बाद उसके रिप्लाई में कोई भी व्यक्ति उनके समर्थन में खड़ा नहीं दिखाई दे रहा है। वहीं कई अन्य लिरबल व कट्टरपंथी गिरोह के लोग भी इस मामले में लीपा-पोती करने में जुटे में हैं। ऐसे में तनिष्क को बहिष्कृत करने का विचार बना चुके लोग उनकी टाइम लाइन पर भी उन्हें आड़े हाथों ले रहे हैं।