कक्षा 1 में पढ़ाई जाने वाली NCERT की किताब रिमझिम-1 की एक कविता सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रही है। इस कविता का शीर्षक ‘आम की टोकरी’ है। वैसे तो कविता के शीर्षक में कोई समस्या नहीं है। लेकिन कविता की भाषा को पढ़कर कुछ लोगों का कहना है कि यह डबल मीनिंग दे रही है, इसलिए इसे पाठ्यक्रम से हटा देना चाहिए।
आम की टोकरी कविता रामकृष्ण शर्मा खद्दर ने लिखी है। कक्षा 1 के पाठ्यक्रम में इसे 2006 से लगातार पढ़ाया जा रहा है। इस कविता को लेकर सबसे पहले छत्तीसगढ़ कैडर के IAS ने ट्विटर पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद कई यूजर्स भी कविता के शब्दों में गंदगी खोजकर इसे हटाने की माँग करने लगे।
आईएएस अवनीश शरण ने इस संबंध में ट्वीट में लिखा, “ये किस ‘सड़क छाप’ कवि की रचना है ?? कृपया इस पाठ को पाठ्यपुस्तक से बाहर करें।”
ये किस ‘सड़क छाप’ कवि की रचना है ?? कृपया इस पाठ को पाठ्यपुस्तक से बाहर करें. pic.twitter.com/yhCub3AVPR
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) May 20, 2021
ट्विटर यूजर संजीव नेवार ने कविता शेयर कर लिखा, “हम अपने बच्चों को साहित्यिक शिक्षा दे रहे हैं या उन्हें उर्दूछाप लिरिक्स की ट्रेनिंग दे रहे रहे हैं।”
Are we giving sahityik education to our kids or training them in double-meaning Urduwood chhaap lyrics?
— Sanjeev Newar संजीव नेवर (@SanjeevSanskrit) May 20, 2021
Alleged to be from NCERT Class 1 pic.twitter.com/jGmxqy3f4X
अभिनव प्रकाश ने इस कविता पर सरकार को लानत दी। उन्होंने कहा कि 7 सालों के बावजूद एनसीईआरटी किताब से एक सिंगल लाइन भी नहीं हटी। शर्म आनी चाहिए।
‘Idea of India’ textbooks. Shame that govt didn’t change a single line in NCERT books even after seven years. pic.twitter.com/f2aZzDI1rj
— Abhinav Prakash (@Abhina_Prakash) May 20, 2021
अंकिता पवार ने शिक्षा मंत्री को टैग करते हुए लिखा, “अगर ये NCERT पाठ्यक्रम में है तो इसे फौरन हटा देना चाहिए। बच्चों को ये जानने की जरूरत नहीं है कि छोकरी और छोकरा क्या है। ये पक्की बात है कि उनसे वह शिक्षा के क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ेगा और न ही इसका अर्थ अच्छे संदर्भ में है।”
Dear @DrRPNishank Sir.If this is in NCERT syllabus then this needs to be taken out immediately. A child need not to know what is ” chokri and ” chokra”. Surely it ain’t gonna help him/her to excel in their academic carrier.
— Ankita Pawar (@AnkitaP59373922) May 20, 2021
Also the meaning is not in a good taste. @ncert #NCERT pic.twitter.com/SnKhl7obIw
बता दें कि सोशल मीडिया पर एक तबका जहाँ इस कविता का विरोध कर रहा है। वहीं दूसरा तबका ऐसा है जो इसमें संशोधन की गुंजाइश बता रहा है और तीसरा तबका है जो कह रहा है कि उन्हें इसमें कोई बुराई नहीं लग रही। अगर कोई इसमें अलग मतलब निकाल रहा है तो ये उसकी समस्या है।
सर सारा मुद्दा सोच का है। वरना आम चूसने में मुझे तो कोई अश्लीलता या नकारात्मकता नही दिखाई देती। क्लास -1 के बच्चों के लिए सही ही है उनके विचार पवित्र होते है। और सर कविता के नीचे के शब्द भी पढ़िए । pic.twitter.com/sBCOmy7w6g
— Shivam Yadav (@shivamydv148) May 20, 2021