Friday, November 15, 2024
Homeसोशल ट्रेंडमोदी को घेरने चले राहुल गाँधी अपने ही बयान पर फिर फँसे: सोशल मीडिया...

मोदी को घेरने चले राहुल गाँधी अपने ही बयान पर फिर फँसे: सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर उड़ाया मजाक

राहुल गाँधी ने कहा कि आपके पास एक असमर्थ शख्स है, जो कुछ भी नहीं समझता और सिस्टम को उन तीन-चार लोगों के पक्ष में चला रहा है, जो सब समझते हैं।

कॉन्ग्रेस सांसद राहुल गाँधी ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन देते हुए मामले में हस्तक्षेप करने की माँग की। वहीं मीडिया को संबोधित करते हुए दावा किया कि भारत में ‘कोई लोकतंत्र नहीं’ है।

राहुल गाँधी ने कहा कि आपके पास एक असमर्थ शख्स है, जो कुछ भी नहीं समझता और सिस्टम को उन तीन-चार लोगों के पक्ष में चला रहा है, जो सब समझते हैं।

फिर क्या था, राहुल गाँधी हमेशा की तरह खुद ही अपने बयान के चलते लोगों के उपहास का कारण बन गए। राहुल गाँधी द्वारा दिए गए इस बयान पर सोशल मीडिया यूज़र्स ने उनका जमकर मजा लिया। क्योंकि कॉन्ग्रेस आलाकमान के बेटे की टिप्पणी को लोगों ने उन्हीं पर थोप दिया।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों ने तरह-तरह के मीम्स शेयर करके राहुल गाँधी को खुद का इतनी अच्छी तरह से वर्णन करने के लिए काफी सराहा।

वहीं कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने यह भी बताया कि असल मे राहुल गाँधी क्या कहना चाहते थे। जैसे कि जिन तीन- चार लोगों का उन्होंने उल्लेख किया उसमें: पहला-सोनिया गाँधी, दूसरा- प्रियंका गाँधी, तीसरा- वो खुद यानी राहुल गाँधी, बाकी चौथा कौन है यह नहीं पता?

बता दें इन दिनों कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी काफी परेशान हैं। उनकी खुद की पार्टी थी ने 2019 के चुनाव में जारी अपने घोषणापत्र में किसानों के लिए इन्हीं सुधारों का वादा किया था जिसे मोदी सरकार द्वारा पूरा किया गया है। इसके बावजूद राहुल गाँधी लगातार किसानों के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। यहीं नहीं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने भी राज्यों को एपीएमसी अधिनियम में संशोधन करने और किसान को अधिक स्वतंत्रता देने की वकालत की थी।

वहीं इंदिरा गाँधी के पोते राहुल गाँधी अब लोकतंत्र की बात कर रहे है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘भंगी’, ‘नीच’, ‘भिखारी’ जातिसूचक नहीं, राजस्थान हाई कोर्ट ने SC/ST ऐक्ट हटाया: कहा- लोक सेवकों की जाति के बारे में अनजान थे आरोपित, कोई...

राजस्थान हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा कि 'भंगी', 'नीच', 'भिखारी', 'मंगनी' आदि किसी जाति के नाम नहीं है।

UPPSC अब कैसे लेगा RO-ARO और PCS की परीक्षा, पुराने पैटर्न को मंजूरी देने के बाद कैसे होगा एग्जाम, क्या होगी नई तारीख: जानें...

आयोग के प्री परीक्षा को एक दिन में करवाने पर सहमत होने और RO/ARO को लेकर विचार करने के बाद भी अभ्यर्थी प्रयागराज से नहीं हिल रहे हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -