Sunday, November 17, 2024
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तेज प्रताप ने अर्नब को कहा ‘वायरस’, लोगों ने पूछा- ‘तुम्हारे अब्बा किस प्रकार के वायरस थे, जो उन्हें वैक्सिंग की जरूरत पड़ी है’

किसी ने लिखा "गलत समझ रहे हो आप। वो वायरस नहीं, खुद वैक्सीन है।" तो किसी ने कहा- "हे मंदबुद्धि, जिनके पिता खुद बेज़ुबानो को ठग चुके हो। उनके मुँह से ऐसे विचार अच्छे नही लगते। ये तो वही बात कर दी। 100 चूहे खा के बिल्ली हज को चली।"

महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ द्वारा तीन साधुओं की पीट-पीट कर हत्या के संदर्भ में कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी से मुंबई पुलिस ने सोमवार (अप्रैल 27, 2020) को लगभग 12:30 घंटों तक लगातार पूछताछ की। इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं तेज प्रताप जिन्होंने अर्नब को ‘वायरस’ कह दिया।

पूछताछ की वजह से सोमवार (अप्रैल 27, 2020) को दोनों चैनलों पर आने वाले अपने नियमित कार्यक्रमों में भी अर्नब उपस्थित नहीं हो सके। हालाँकि, पूछताछ के बाद वो फिर से चैनल पर दिखे और सोनिया गाँधी से सवाल पूछे। पूछताछ के बाद अर्नब गोस्वामी ने कहा कि वो अपने बयान पर अब भी कायम हैं।

इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे ने अर्नब गोस्वामी को ‘वायरस’ कहा है। उन्होंने अर्नब गोस्वामी को निशाने पर लेते हुए ट्विटर पर लिखा, “उस ‘वायरस’ को उसी प्रकार के ‘वैक्सीन’ की जरूरत थी। मैं मुंबई पुलिस के साथ हूँ।”

हालाँकि, लोगों ने उन्हें असली तरह से समझा दिया कि वायरस कौन है और वैक्सीन कौन है। इंदौर से भाजपा विधायक रमेश मेंडोला ने लिखा, “गलत समझ रहे हो आप। वो वायरस नहीं, खुद वैक्सीन है।”

एक यूजर ने लिखा, “तुम्हारे अब्बा किस प्रकार के वायरस थे, जो उन्हें वैक्सिंग की जरूरत पड़ी है, चोर जेल में है।”

राजेन्द्र सिंह विशेन नाम के एक यूजर ने लिखा, “चोर की औलाद और किसके साथ हो सकती थी। पर कौन सी वाली पुलिस वही जिसने दो संन्यासियों का हाथ पकड़ हत्यारों को सौंप के सो गई।”

प्रभात कुशवाहा ने लिखा, फिर तो लालू नाम के वायरस के साथ जो हो रहा, उससे भी सहमत होगे?

एक ने लिखा, “देखो देखो कौन भौंक रहा है, जिसका खुद का बाप जेल में सड़ रहा है।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “हे मंदबुद्धि, जिनके पिता खुद बेज़ुबानो को ठग चुके हो। उनके मुँह से ऐसे विचार अच्छे नही लगते। ये तो वही बात कर दी। 100 चूहे खा के बिल्ली हज को चली।”

काजल सिंह नाम की एक यूजर लिखती हैं, “मैं भी तिहाड़ जेल की पुलिस के साथ हूँ, जिन्होंने एक चारा चोर को बाँध कर रखा हुआ है।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “मैं आपके विरोध में हूँ। आपके परिवार ने बिहार को लूटा है, बस यह याद रखिएगा। बाकी मिस यू पापा बोलने से काम नहीं चलेगा गुनाह की सजा मिली है उन्हें।”

एक ने लिखा, “लगता है चरसी को चरस का डोज #AntonioMaino ने भिजवा दिया है इस लॉकडाऊन में। मैं अर्नब के साथ हूँ।”

रितेश कुमार सिंह ने इस पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि जितनी पूछताछ अर्नब गोस्वामी से की, अगर इतनी पूछताछ पालघर में साधुओं की नृशंस हत्या करने वालों से कर लेते तो अब तक असली कातिल देश के सामने आ जाते।

सुनील कुमार ने लिखा, “कुछ वायरस तो ऐसे थे जो जानवरों का चारा खा गए, लेकिन खुशी है की उस वायरस का इलाज हो गया।”

बता दें कि अर्नब ने पूछताछ के बाद कहा कि उन्होंने पुलिस का पूरा सहयोग किया है और अगर उन्हें फिर से बुलाया जाता है तो भी वो जाएँगे। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें गिरफ़्तार होने का भी डर नहीं है। अर्नब गोस्वामी ने कहा कि मुद्दा वो नहीं हैं बल्कि असली मुद्दा पालघर में दो साधुओं सहित तीन लोगों की भीड़ द्वारा निर्मम हत्या का है। अर्नब गोस्वामी ने आरोप लगाया था कि मुंबई पुलिस उन पर हुए हमलों के मामले में कॉन्ग्रेस की साज़िश को कवर-अप करने में जुट गई है। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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