अब दीवाली पर ऐसी तस्वीरें डालना किसी भारतीय के लिए सामान्य है लेकिन चूँकि शहजाद पूनावाला एक मुसलमान हैं तो उन्हें भगवान राम की पूजा करता देख इस्लामी कट्टरपंथी और लिबरल भड़क गए और उनके पोस्ट के नीचे उन्हें अनाप-शनाप बोला जाने लगा।
जैसे इस्लामी पत्रकार जाकिर अली ने शहजाद जयहिंद को भगवान पूजा करते देख कहा, “जरूर शहजाद की कोई सीडी या पेनड्राइव सरकार रे हाथ लग गई है जिसके कारण शहजाद खुद को बचाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है।”
ज़रूर @Shehzad_Ind की कोई CD या पेन ड्राइव सरकार के हाथ लग चुकी जिसके कारण शहज़ाद ख़ुद को बचाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है! https://t.co/TQGBUxTzxq
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) October 31, 2024
आरिफ उमर ने कहा, “बताओ ये ढोंगी है कि नहीं, ये खुद को मुसलमान कहता है। इसे नमाज पढ़ते हुए या इस्लाम धर्म की बात करते हुए किसी ने नहीं सुना होगा। ये दूसरे धर्म का गुणगान में लगा रहता है। ऐसे लोग न दुनिया के है और ना ही अखिरत के।”
ज़रूर @Shehzad_Ind की कोई CD या पेन ड्राइव सरकार के हाथ लग चुकी जिसके कारण शहज़ाद ख़ुद को बचाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है! https://t.co/TQGBUxTzxq
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) October 31, 2024
मुसादिक काजमी ने लिखा, “तू न इधर का है न उधर का है। घर वापसी कर ले। ये दिखावा नौटंकी बंद कर। किसी एक धर्म को अपनाकर यकजाई बन जा। हरजाई बनना ठीक नहीं है।”
तूं न इधर का हैं न उधर का हैं। घर वापसी कर लें। ये दिखावा और नौटंकी बंद कर। किसी एक धर्म को अपनाकर यकजाई बन जा। हरजाई बनना उचित नहीं।।।
— 🔶MUSADDiQ.QASMi🔶 (@Musa_Qasmi) October 31, 2024
इस्लामवादियों के अलावा शहजाद पूनावाला के पोस्ट पर सेकुलर गैंग भी उन्हें ज्ञान देने में लगी है। एनएसयूआई के मेहूल शहजाद की आस्था को धार्मिक एजेंडा बताकर रहे हैं और गाली देकर कहते हैं कि जो खुद अपने मजहब का नहीं हो सका वो हिंदू क्या बनेगा।
धार्मिक एजेंडा । साला खुद अपने मजहब का ना हो सका वो हिन्दू क्या बनेगा। गधा साला बेवकूफ
— Mehul Kumar NSUI (@mehulnsui) October 31, 2024
इसके अलावा ये भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि शहजाद ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि उन्हें राज्यसभा की टिकट मिल जाए। हालाँकि मालूम हो कि शहजाद लंबे समय से हिंदू धर्म के लिए मुखर होकर बोलते रहे हैं।