Friday, November 22, 2024
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BJP नक्सलियों के साथ? 2015 की फेक न्यूज शेयर कर ट्रोल हुई स्वरा भास्कर, साइट से कर दी गई थी डिलीट

न्यूज 18 की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि नक्सल कनेक्शन के लिए 13 गिरफ्तार किए गए लोगों में से 2 बीजेपी नेता थे। हालाँकि ये खबर झूठी निकली, जिसके बाद न्यूज 18 को ये खबर डिलीट तक करनी पड़ी थी। लेकिन स्वरा तो...

बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर को एक बार फिर से सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। दरअसल इस बार उन्हें नक्सलियों को लेकर फैलाए जाने वाले झूठ को लेकर ट्रोल किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के बस्तर डिवीजन के बीजापुर जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में बलिदान हुए जवानों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। लापता सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह के नक्सलियों के कब्जे में होने की आशंका है। 

इस बीच स्वरा भास्कर ने एक बार फिर से बीजेपी पर निशाना साधने के लिए झूठ का सहारा लिया। स्वरा ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी 2015 से ही नक्सलियों की मदद कर रही है। इसके लिए उसने दो खबर का स्क्रीनशॉट शेयर किया। जिसमें से एक भास्कर की खबर थी और दूसरा न्यूज 18 की। स्वरा भास्कर ने अपने ट्वीट में बीजेपी समर्थक विवेक अग्निहोत्री और अशोक पंडित को भी निशाने पर लिया।

न्यूज 18 में 2015 में प्रकाशित खबर का स्क्रीनशॉट

28 अगस्त 2015 को न्यूज 18 की रिपोर्ट में दावा किया गया कि 13 गिरफ्तार किए गए लोगों में से दो बीजेपी नेताओं को हथियार की आपूर्ति करने के लिए दोषी ठहराया गया। हालाँकि ये खबर झूठी निकली। जिसके बाद न्यूज 18 को ये खबर डिलीट तक करनी पड़ी थी। न्यूज 18 की साइट पर यह खबर उपलब्ध नहीं है।

न्यूज 18 ने डिलीट कर दी थी खबर

इसके बावजूद वामपंथी ट्रोल स्वरा ने बीजेपी को टारगेट करने के लिए इस इस खबर के साथ एक और खबर का कोलाज बना कर ये दिखाने की कोशिश की कि बीजेपी काफी पहले से इस काम में शामिल है। इससे पहले भी 2015 में बीजेपी को वामपंथी ट्रोल्स ने टारगेट किया था।

बता दें कि 2015 में ही न्यूज 18 की खबर के पब्लिश करने के 3 दिन बाद इंडियन एक्सप्रेस ने यह खबर पब्लिश की थी, लेकिन इसमें बीजेपी नेता का नाम नहीं था।

उल्लेखनीय है कि अगर स्वरा भास्कर का इरादा बीजेपी को बदनाम करने का न होकर सच को सामने लाना होता तो वो सिर्फ भास्कर की ही खबर शेयर करती, डिलीट हुई खबर को कोलाज बना कर सुसज्जित करके शेयर करने का क्या मतलब? इसका तो साफ मतलब निकलता है कि इनका एक मात्र मकसद बीजेपी को टारगेट करना है, वरना वो सिर्फ भास्कर की खबर को शेयर करती, जो कि सही है और अभी भी उसकी साइट पर उपलब्ध है। इसमें कहा गया कि दंतेवाड़ा पुलिस ने भाजपा के जिला उपाध्यक्ष जगत पुजारी सहित ओरछा के युवक रमेश को गिरफ्तार किया। ये दोनों 5 लाख के इनामी नक्सली अजय तेलाम को नए महिन्द्रा ट्रैक्टर सप्लाई करते पकड़े गए थे।

स्वरा का ट्वीट सामने आते ही सोशल मीडिया यूजर्स उन पर निशाना साधने लगे। देखते ही देखते स्वरा ट्रोल होने लगी। लोगों ने कहा कि यही तो है मोदी सरकार। जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नक्सली गतिविधि में शामिल है, उसे बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी किसी भी राजनीतिक या गैर राजनीतिक दल से जुड़ा हो।

एक यूजर ने लिखा, “अरे ओ जाहिल आंटी, आपके लॉजिक से चलूँ तो आतंक का भी मजहब होता है क्योंकि 9/10 आतंकी एक ही मजहब से थे। बीजेपी में करोड़ों मेंबर नेता हैं। किसी ने कुछ गलत किया, पकड़ा गया तो उसके बाद बीजेपी उनको सपोर्ट नहीं करती, जैसे आप लोग आतंकी, बलात्कारियों को करते हैं।”

वहीं स्वरा के फेक न्यूज का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कई यूजर्स ने पूछा, “पेज कहाँ है स्वरा?”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “तुम एक मामला दिखा रही हो दीदी, हम सैकड़ों दिखा देंगे तुम्हें। बस इसी कारण तुम लोगों को कोई इज्जत नहीं करता, क्योंकि तुम लोग चाटुकार गुलाम हो।”

इससे पहले स्वरा भास्कर ने गुरुवार (अप्रैल 1, 2021) को इस्लामी आतंकियों की भाषा में भाजपा का मजाक उड़ाने का प्रयास किया था। स्वरा ने अहाना पाठक नाम की एक ट्विटर यूजर के ट्वीट पर गौ मूत्र को लेकर टिप्पणी की। अहाना ने अपने ट्वीट में भाजपा के चुनाव चिह्न कमल को निशाना बनाते हुए लिखा था, “कमल उसी के दिमाग में खिलता है जिसमें गोबर भरा हो।” इसी ट्वीट पर रिप्लाई देते हुए स्वरा ने बताया कि गोबर के अलावा उनके दिमाग में “या मूत्र! गौ मूत्र!” भी हो सकता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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