नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद एक बहुत बड़ा फायदा हुआ। वे लोग जो अब तक धर्मनिरपेक्षता का चोला ओढ़कर देश की अखंडता और एकता पर बात करते थे, उनकी हकीकत सबके सामने आ गई। सीएए के ख़िलाफ़ हो रहे इन प्रदर्शनों में सरकार के प्रति और हिंदुत्व के प्रति एक अलग ही घृणा देखी गई। हालाँकि, अभी तक ये सब सिर्फ़ प्रदर्शनस्थल पर भीड़ की आड़ में किया जा रहा था। लेकिन, अब ये मौखिक उन्माद दिल्ली मेट्रो के अंदर तक पहुँच चुका है। जी हाँ, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है। जहाँ जेएनयू-जामिया के 5-7 छात्र मिलकर इस्लामोफोबिया का नाम लेकर नारे लगा रहे हैं।
वायरल हुई वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ छात्र और छात्राएँ दिल्ली मेट्रो में अमित शाह तेरे नाम इस्लामोफोबिया, सीएए वापस लो। एनआरसी वापस लो। नरेंद्र मोदी तेरे नाम इस्लामोफोबिया के नारे लगाते हुए आ रहे हैं। इसके साथ ही वे भाजपा,आरएसएस और दिल्ली पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी की। वीडियो को यूजर ने ट्विटर पर शेयर किया है।
शाहीन अब्दुल्ला और उनके साथ जामिया और जेएनयू के छात्रों ने दिल्ली मेट्रो के अंदर नारेबाजी की #Islamophobia #CAA_NRCProtests #CAA_NRC_Protest#सलाम_शाहीन_बाग#भक्तों_की_सूजी_है pic.twitter.com/6OVBtyM5Jr
— Md Irfan ✍?محمد عرفان? (@md_irfan_baaghi) January 20, 2020
गौरतलब है कि इस वीडियो को We the muslim of india के अकॉउंट से शेयर किया गया है। साथ ही इसे मोहम्मद इरफान नाम एक युवक ने भी शेयर किया है। जिसने अपने ट्वीट में लिखा है कि उसने शाहीन अब्दुल्ला एवं जामिया और जेएनयू के छात्रों के साथ मिलकर दिल्ली मेट्रो के अंदर नारे लगाए।
In 2019 @BJP4India got 303 seats.
— Sunil R Gowda | ಸುನಿಲ್ ಆರ್ ಗೌಡ (@rsunilgowda) January 23, 2020
80% of Indian people are quietly seeing how 20% people are burning India in the name of #CitizenshipAmendmentAct.
INDIA will make SURE that #BJP will get 400 seats In 2024.
बता दें, इस वीडियो के सोशल मीडिया पर आने के बाद यूजर्स इसपर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ का कहना है कि ये समय अब जागने का है और ऐसे जिहादियों को साफ करने का हैं। कुछ का कहना है कि इतना सब देखने के बावजूद भी देश की 80 प्रतिशत जनता देख रही है कि भारत के 20 प्रतिशत लोग किस तरह भारत को जला रहे हैं।
Its time to wake up and wipe out the Jihadists. This is the country of both Shiva and Buddha. इसे मिटाने कि साजिश करने वालों से कह दो
— Bhavesh Jha (@imbhavj) January 23, 2020
चिंगारी का खेल बुरा होता है .