गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में जब से शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने हिंदू धर्म अपना कर अपना नाम जितेंद्र नारायण स्वामी किया है, तभी से कट्टरपंथी उन पर और भड़क गए हैं। दावा किया जा रहा है कि वो शिया समुदाय के थे और कभी मुसलमानों में आते ही नहीं थे। उनके विरुद्ध सोशल मीडिया पर अभियान चल रहा है। ARREST_WASEEM_RIZVI हैशटैग पर अब तक 53 हजार से ज्यादा ट्वीट हो चुके हैं। इस हैशटैग में न केवल त्यागी को गिरफ्तार करने की माँग हो रही है बल्कि उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें भी शेयर की जा रही हैं।
मोहम्मद मुस्लिम अंसारी ने ट्विटर पर ‘रिजवी’ की गिरफ्तारी माँगते हुए कहा कि जिसने नफरत फैलाई और इस्लाम के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी की उसे अब तक जेल के पीछे होना चाहिए लेकिन इतने संवेदनशील मामले पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा।
मेहरीन लिखती हैं, “वसीम रिजवी मुसलमान था ही नहीं। ये जानकर खुशी हो रही है कि उसका अब इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है।”
पत्रकार इरेना अकबर इस खबर पर लिखती हैं, “वसीम रिजवी का आधिकारिक तौर पर इस्लाम छोड़ना एक अच्छी खबर हैं। सांप घर के पिछवाड़े से चला गया है। अब घर शुद्ध और डिटॉक्सिफाई होगा। “
एक नसीम अकरम नाम की आईडी से यूजर लिखता है, “वसीम रिजवी और नरसिंहानंद सरस्वती हमारे पैगंबऱ और कुरान के दुश्मन हैं। इनका कोई मजहब नहीं है। ये इस्लाम के नाम पर बकवास करते हैं। स्वतंत्र भारत में ये अस्थिरता लाना चाहते हैं।”
कुछ लोगों का कहना ये भी है कि चूँकि रिजवी ने कुरान की आयतों पर सवाल खड़ा किया था इसलिए उन्हें अल्लाह ने ही इस्लाम से खारिज करवाया है। दिलावर हुसैन लिखता है, इस्लाम शैतान के लिए नहीं है। ये आज साबित हो गया।
नफीस रब्बानी ने कहा कि सारे मुस्लिम उम्माह उठें और हमारी बची मस्जिदों की रक्षा करें सालाह पढ़कर और उन्हें इस्लाम की असली ताकत दिखाएँ और हमारे पैगंबर का अपमान करने वालों को मार डालें।
इन सब बातों के अलावा इस हैशटैग के अंतर्गत एक वीडियो शेयर हो रही है। इसमें एक व्यक्ति ‘रिजवी’ का सिर कलम करवाने के लिए इनाम की घोषणा करता है। वह कहता है कि जो कोई भी ‘रिजवी’ का मर्डर करके गला उसके पास ले जाएगा उसे 50 लाख रुपए मिलेंगे। इसके अलावा हर जगह, हर कोर्ट में वह कातिल का साथ देगा, उसके लिए वकील करेगा।
यह वीडियो कब की और किसकी है, इसकी पुष्टि ऑपइंडिया नहीं करता, लेकिन वीडियो के पीछे बैकग्राउंड में तस्वीर राहुल गाँधी की दिख रही है और कॉन्ग्रेस का चिह्न भी छपा दिख रहा है।
D€a.th-Penalty is obligatory for those who voluntarily leave Islam in many Islamic countries.#WasimRizvi may have left #Islam but these people won’t leave him.
— Incognito (@Incognito_qfs) December 6, 2021
They will go from #ARREST_WASEEM_RIZVI to ‘Sar Tan Se Juda’ in no time.#Hindus must protect Tyagi ji now. pic.twitter.com/doTBqj74Vn