Sunday, November 17, 2024

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कांवड़ियाँ

जहाँ सब हैं भोले के भक्त, बोल बम की सेवा जहाँ सबका धर्म… वहाँ अस्पृश्यता की राजनीति मत ठूँसिए नकवी साब!

मुख्तार अब्बास नकवी ने लिखा कि आस्था का सम्मान होना ही चाहिए,पर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए।

नई नहीं है दुकानों पर नाम लिखने की व्यवस्था, मुजफ्फरनगर पुलिस ने काँवड़िया रूट पर मजहबी भेदभाव के दावों को किया खारिज: जारी की...

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस ने ताजी एडवायजरी जारी की है, जिसमें दुकानों और होटलों पर मालिकों के नाम लिखने को ऐच्छिक कर दिया है।

खुद के लिए चाहिए ‘हलाल’ सिस्टम, लेकिन काँवड़िया रूट में ‘पहचान’ सिस्टम से भी परेशानी: लिबरल थेथरई के बीच हलाल के बारे में जानिए...

हलाल का मतलब है जिसकी अनुमति हो और हराम का मतलब है जिसकी अनुमति ना हो। हलाल मुस्लिमों के खाने-पीने के सामान और विशेष कर मांस से सम्बन्धित है।

काँवड़ के लिए 20 दिन रास्ते बंद हो सकते हैं तो नमाज के लिए 20 मिनट क्यों नहीं: सांसद बनने के बाद चंद्रशेखर ‘रावण’...

चंद्रशेखर ने कहा कि अगर हिंदुओं की काँवड़ यात्रा के लिए 20 दिन तक सारे रास्ते बंद किए जा सकते हैं तो 20 मिनट की नमाज के लिए आपत्ति क्यों है।

10 साल की उम्र, एक पैर भी नहीं, फिर भी भाई के लिए कूद-कूद कर 85 किमी चली नंदनी: बाबा गरीबनाथ का किया जलाभिषेक

10 साल की नंदिनी दिव्यांग है। फिर भी एक पैर से ही उसने 85 किलोमीटर की यात्रा की और बाबा गरीबनाथ का जलाभिषेक किया।

बरेली की मुस्लिम भीड़ पर पर्दा नहीं डाल सका जुबैर का क्रॉप्ड वीडियो, FIR में भी दर्ज मस्जिद के पास काँवड़ियों पर पत्थरबाजी से...

बरेली में काँवड़ियों पर पथराव करने वाली मुस्लिम भीड़ की बचाने की जुबैर की कोशिश नाकाम रही है। एफआईआर उनकी करतूतें बताती है।

बरेली में काँवड़ मार्ग में धरने पर बैठ गई मुस्लिम महिलाएँ, काँवड़ियों पर लाठीचार्ज के बाद हटाए गए SSP; इंस्पेक्टर सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के जोगी नवादा में काँवड़ रूट को लेकर विवाद जारी है। 30 जुलाई को जिस रूट से काँवड़ यात्रा निकलनी थी, उस पर मुस्लिम महिलाओं ने धरना दिया।

बरेली में काँवड़ को मारी लात, पुलिस पर भी हमला: मुरादाबाद में फेंके पत्थर

बरेली जिले के हाफिजगंज में रविवार (7 अगस्त, 2022) की शाम को काँवड़ियों को टक्कर मारकर भाग रहे बाइक सवार युवकों को पकड़ने के दौरान जमकर हंगामा हुआ।

2 साल के कोरोना ब्रेक के बाद हुई काँवड़ यात्रा, पर नहीं सुधरे वे: कहीं मांस फेंका-कहीं थूका, कहीं औरतों ने चारपाई डाल रोका...

ऐसी कई घटनाएँ सामने आई हैं जहाँ किसी को मिर्ची लगी तो, कहीं काँवड़ियों पर हमले किए गए, उन पर मांस फेंके गए तो कहीं आतंकी हमले की धमकी भी आई।

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