"मुझे वो वो 3 साल का बच्चा याद आ रहा है जो माँ की उँगली पकड़ कर 1983 में पहली बार पीलीभीत आया था। तब उस बच्चे को कहाँ पता था कि एक दिन ये धरती उसकी कर्मभूमि होगी और यहाँ के लोग उसका परिवार।"
काफी दिनों से चर्चा चल रही थी कि बीजेपी सांसद वरुण गाँधी कॉन्ग्रेस में जा सकते हैं। लेकिन, राहुल गाँधी ने एक ही झटके में ऐसी सारी चर्चाओं पर विराम लगा दिया है।
इस लिस्ट में सुब्रमण्यम स्वामी, वरुण गाँधी और उनकी माँ मेनका गाँधी को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। उनकी जगह कॉन्ग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया को जगह मिली है।
कॉल करने वाला व्यक्ति कम उम्र के लड़कों को ज़हरीली शराब बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उसके पास से देसी शराब की 20 बोतलें बरामद की थीं।
इससे पहले वरुण गाँधी ने कहा था, "किसने रामभक्तों पर गोलियाँ चलवाईं और 500 लोगों को मारा? इसलिए उनको श्राप लगा और उनके बेटे ने उन्हें जूते मारकर घर से निकाल दिया और अब पब्लिक उन्हें जूते मारकर बाहर निकालेगी।"
बीजेपी सांसद वरुण गाँधी ने कहा कि जो लोग देश के साथ हो, वो किसी के खिलाफ नहीं हो सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो देश की सरहदों के लिए लड़ रहा है, जो देश के लिए जी रहा हो और देश के लिए मर रहा हो, उसका ना कोई धर्म होता है और न जात होती है।