राहुल गाँधी रायबरेली जीतने में कामयाब भी रहते हैं पर इससे वह दाग नहीं धुलेगा कि उनमें अमेठी के मैदान में अब स्मृति ईरानी का मुकाबला करने की हिम्मत नहीं है।
रॉबर्ट वाड्रा ने दावा किया था कि अमेठी से कई लोग उन्हें फोन भी करते हैं। हालाँकि, सोनिया गाँधी के दामाद ने ये भी कहा था कि आखिरी फैसला पार्टी को लेना है।