अरविंद केजरीवाल के आवास खाली करने के बाद सीएम आतिशी वहाँ शिफ्ट हो रही थीं। ऐसे में पीडब्लूडी ने आवास पर ताला लगा दिया और बताया कि अभी चाबी पीडब्लूडी को मिली ही नहीं है।
आतिशी ने सफलता की सीढ़ियाँ काफी तेजी से चढ़ी हैं। साल 2020 में वो पहली बार विधायक बनीं, और साल 2023 में पहली बार मंत्री और अब अगले ही साल वो दिल्ली की मुख्यमंत्री बन गई हैं।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयाँ की बेंच ने यह फैसला सुनाया। केजरीवाल ने जमानत की याचिका दायर करते हुए अपनी गिरफ्तारी को भी चुनौती दी थी।
राजेंद्र पाल गौतम वही व्यक्ति है, जिसने अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार में मंत्री रहते हुए बौद्धों के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और मंच से हिंदू विरोधी शपथ ली थी।