Sunday, September 29, 2024

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आतंकी

पाक के झूठ का पर्दाफाश: नहीं लगा आतंकी हाफिज सईद के संगठनों पर बैन

हाल ही में आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान सरकार की तरफ से हाफिज सईद के संगठनों पर बैन नहीं लगाया गया है, बल्कि सिर्फ निगरानी रखने की बात कही गई है।

दौर-ए-खास और दौर-अल-राद: पकड़े गए जैश के आतंकियों ने खोली बालाकोट की सच्चाई

साल 2014-17 के बीच पकड़े गए जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों में से 4 आतंकियों को प्रशिक्षण बालाकोट के उसी कैंप में मिला है जहाँ पर वायु सेना द्वारा हाल ही में हमला किया गया।

‘बहनोई’ आतंकवादी के लिए BBC हिंदी का उमड़ा प्यार, पत्रकारिता को किया तौबा-तौबा!

पत्रकार रहीमुल्ला ने ऐसे शब्दों का प्रयोग किया, यह कुछ हद तक समझा जा सकता है लेकिन आप दिल्ली में बैठ कर इसे काट-छांट सकते थे। लेकिन नहीं। 'बहनोई' की इज्जत में लिखे गए शब्दों पर संपादकीय कैंची कैसे?

देवबंद: आतंकियों से चली 4 घंटे पूछताछ, जैश के साथ संबंध सहित कई सवालों के मिले जवाब

शहनवाज ने कहा है कि वो आतंकी गतिविधियों में पिछले 18 महिनों से जुड़ा हुआ है जबकि आक़िब को इससे जुड़े 6 महीने हुए हैं।

देवबंद: जैश के आतंकी शाहनवाज़ और आक़िब गिरफ़्तार, ग्रेनेड बनाने में थे एक्सपर्ट

यह दोनों आतंकी यूपी में उन लोगों की तलाश कर रहे थे जिनका ब्रेन वॉश करके जैश में शामिल कराया जा सके। इस सिलसिले में वो कई बार देवबंद और बाक़ी के ज़िलों में भी जा चुके हैं। इन आतंकियों के कब्जे से 32 बोर का पिस्टल और 30 कारतूस बरामद हुए हैं।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान में अपने उच्चायुक्त को बुलाया वापस, पाकिस्तानी उच्चायुक्त को किया तलब

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर पहुँचकर हालात का जायजा लिया। इस दौरान घाटी के बडगाम में राजनाथ सिंह, राज्यपाल मलिक और नॉदर्न कमांड के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने शहीद जवानों की श्रद्धांजलि दी।

उरी से पुलवामा तक… संसद से पठानकोट तक… सब का ज़िम्मेदार सिर्फ़ पाकिस्तान

लगातार धर्म की आड़ में आतंकियों को पालने वाले पाकिस्तान को अच्छे से यह बात मालूम है कि जो आतंक का बीज़ वो अपनी धरती पर लगाता है, उसकी जड़ें भी बनेंगी और वो फैलेंगी भी।

फैक्ट चेक: क्या जाँच एजेंसियों के इनपुट होने के बावजूद पुलवामा सुरक्षा में कोताही बरती गई?

आम जनता के सुविधाओं के लिए वन वे रास्ता लोगों के लिए छोड़ दिया गया, आतंकी आदिल अहमद ने उसका गलत फायदा उठाकर घटना को अंजाम दिया।

पुलवामा के वीर: 4 दिन पहले ही लौटे थे ड्यूटी पर, किसे मालूम था तिरंगे में लिपटकर आएँगे घर

लोकनगर निवासी अजीत कुमार सीआरपीएफ की 115वीं बटालियन में तैनात थे। बीते गुरुवार की शाम वह जम्मू से श्रीनगर सीआरपीएफ के काफ़िले के साथ जा रहे थे। इस दौरान पुलवामा के अवंतीपोरा के गोरीपोरा में एक आतंकी ने विस्फोटक से भरी गाड़ी को जवानों की बस से टकरा दी।

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इस आतंकी घटना को अंजाम देने के पीछे आदिल अहमद डार नाम के आतंकी का हाथ है। सुरक्षाबलों का कहना है कि आदिल को पहले भी एक ऑपरेशन के दौरान घेर भी लिया गया था। लेकिन वह किसी तरह बच कर निकल गया था।

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