अपने बढ़ते नेटवर्क के माध्यम से, SDPI यहाँ पर लोकप्रियता हासिल करने में कामयाब रही है, जिससे संप्रदाय विशेष के वोटों पर कॉन्ग्रेस की पकड़ का खतरा पैदा हो गया।
ये झटका किसे है? सचिन पायलट अब राजस्थान में कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष नहीं रहे। न ही वो अब राज्य के उप-मुख्यमंत्री हैं। महीने भर उनका अपमान हुआ। कॉन्ग्रेस नेताओं ने उन्हें भला-बुरा कहा।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड के बाद अब पंजाब कॉन्ग्रेस का मतभेद भी खुलकर सामने आ गया है। सीएम अमरिंदर के ख़िलाफ पार्टी नेताओं ने घेराबंदी शुरू कर दी है।
लगता है कि सॉफ्ट हिंदू का पैंतरा फेल होने पर कॉन्ग्रेस तुष्टिकरण के पुराने तरीके पर लौट आई है। राम मंदिर और राजीव गॉंधी से जुड़ा ट्वीट उसने डिलीट कर दिया है।