"मुझे और मेरी बेटी को इतना सुनना पड़ा कि कोई भी परेशान हो जाए, लेकिन शैफाली ने एक दिन मुझसे कहा- ये लोग किसी दिन मेरे नाम के नारे लगाएँगे।" इसके बाद परिस्थितियाँ तब बदलीं जब उनके स्कूल ने लड़कियों के लिए क्रिकेट टीम बनाने का फ़ैसला लिया।
हिमा ने 2 जुलाई को पोजनान एथलेटिक्स ग्रांड प्रिक्स में 200 मीटर का रेस 23.65 सेकंड में जीतकर पहला गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद 7, 13 और 17 जुलाई को भी अलग-अलग स्पर्धाओं में गोल्ड हासिल किया।
महिलाओं की 200 मीटर रेस में हिमा ने चेक रिपब्लिक में चल रहे टबोर एथलेटिक्स मीट में एक और गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। 19 साल की हिमा दास ने यह दौड़ मात्र 23.25 सेकंड में पूरी कर ली।