'वर्ल्ड बैंक' के प्रजिडेंट अजय बंगा ने कहा कि गुजरात का 'विद्या समीक्षा केंद्र' इसका उत्कृष्ट उदाहरण है कि इतनी बड़ी युवा जनसंख्या वाले देश में विकास कैसे हो।
"महबूब ने उसका नाम बदलकर नाजनीन रख दिया था। 'जय द्वारिकाधीश' बोलने वाली हमारी बेटी ने 'अल्लाह-हू-अकबर' के नारे लगाने लगी। यही नहीं उसने नमाज पढ़ना भी शुरू कर दिया था।" पीड़िता का कोई अता-पता नहीं।
"तीस्ता सीतलवाड़ ने पीड़ितों और गवाहों का सीढ़ी की तरह इस्तेमाल कर के अपना फायदा कमाया - वो न सिर्फ पद्मश्री से नवाजी गईं, बल्कि उन्हें योजना आयोग के सदस्य का पद भी मिला।"