कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गाँधी के करीबी अहमद पटेल के आवास पर शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम संदेसरा बंधुओं के पीएमएलए मामले में पूछताछ के लिए पहुँची।
पहले यह बंगला गौतम थापर का था। उन्होंने यस बैंक से इसे गिरवी रख लोन लिया। बाद में लोन चुकाने के लिए बंगला बेचने की बात कही। इसके बाद बिंदु के नाम से एक शेल कंपनी बनाई गई जिसने बंगला खरीद लिया।
यस बैंक घोटाले से कॉन्ग्रेस और गॉंधी परिवार के लिंक मिले हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बैंक के फाउंडर राणा कपूर के गाँधी परिवार से घनिष्ठ संबंध थे। उन्होंने 2 करोड़ रुपए में प्रियंका गाँधी की एक पेंटिंग खरीदी थी। यह खुलासा ईडी द्वारा कपूर से की गई लगभग 30 घंटे की पूछताछ से हुआ।
ED ने जब वाड्रा से उनकी कंपनी द्वारा जमीन की खरीद के लिए फंड के सोर्स के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें फंड का सोर्स याद नहीं है। वाड्रा ने ईडी से कहा कि उन्होंने केवल "गूगल मैप" पर जमीन देखी थी।
ACB ने हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा है कि जॉंच में अजित पवार की संलिप्तता के प्रमाण नहीं मिले हैं। क्रियान्वयन एजेंसी की गड़बड़ियों के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
शर्त जो कोर्ट ने चिदंबरम के बेल के लिए रखी थी, वो है - (i) इस संबंध (केस) में प्रेस को ब्रीफ नहीं करेंगे। (ii) मामले से जुड़े गवाहों से संपर्क करने की कोशिश नहीं करेंगे। (iii) कोर्ट की इजाजत के बगैर विदेश नहीं जा सकते (iv) 2 लाख रुपए का निजी मुचलका भरना होगा।