संजय रॉय ने जिस मोटरसाइकल को घटना वाले दिन इस्तेमाल किया उस बाइक का रजिस्ट्रेशन कोलकाता कमिश्नर के नाम पर हो रखा था। कोलकाता पुलिस ने इस संबंध में सफाई भी दी है।
महिलाओं के साथ बढ़ रहे रेप के मामलों पर कानून को सख्त करने की बात कही जा रही है लेकिन दूषित मानसिकता पर चर्चा भी जरूरी है जिसपर काम किए बिन इन घटनाओं को कम नहीं किया जा सकता।
छत्रपति शिवाजी महाराज का अपनी सेना को स्पष्ट आदेश था कि आक्रमण के दौरान महिलाओं-बच्चों और आम लोगों को गिरफ्तार न किया जाए, ब्राह्मणों को परेशान न किया जाए।
क्या था फेक न्यूज़? बलात्कार, हत्या, नग्न लाश, टूटी हड्डियाँ, आँख-नाक से बहता खून, हड़बड़ी में अंतिम संस्कार, प्रिंसिपल का तुरंत स्थानांतरण, FIR में देरी, गुंडों का अस्पताल में घुसना - इनमें से क्या था फेक न्यूज़?
पत्रिका 'लहरों की बरखा' चलाने वाले मदन सिंह ने इस मामले को उठाया तो उनकी हत्या कर दी गई। कई पीड़िताएँ सामाजिक कारणों से बाद में मुकर गईं। कई अब तक दादी बन चुकी हैं।