कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' पर बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। सेंसर बोर्ड को फटकार लगाते हुए 25 सितंबर से पहले रिलीज पर फैसला लेने के निर्देश दिए हैं।
कंगना रनौत ऐसी अदाकारा हैं जो किसी भी विषय पर स्पष्ट राय रखती हैं। एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने फिल्म 'इमरजेंसी' से लेकर बॉलीवुड में शोषण तक पर खुलकर बात की है।
7-8 दिन तक IC814 में गुजारने वाले पीड़ितों ने बताया कि विमान में उन्हें इस्लाम कबूलने वाली बातें कही जा रही थीं लेकिन सिन्हा ने सीरिज में कहीं भी इसे नहीं दिखाया।
सुनील कुमार का चेहरा इस फिल्म में इस्तेमाल ही नहीं किया गया, जिसकी वजह से इनके चेहरे को वो चर्चा नहीं मिली, जो इनके भीमकाय शरीर की वजह से इन्हें मिल रही है।
सनोज की पत्नी ने कंगना से मदद की गुहार लगाई थी, जिसके बाद कंगना ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और सनोज मिश्रा को सुरक्षित खोजा जाए।
जया बच्चन को सोचना चाहिए कि उनके नाम के साथ अमिताभ बच्चन का नाम जुड़ने से उनकी उपलब्धियाँ नहीं कम हो जातीं जो उन्होंने अपने दम पर अर्जित की। फिर इतना गुस्सा क्यों?