आरोपित ओनु लाला ईरानी को अंबिवली रेलवे स्टेशन लाया जा रहा था, तभी ईरानी गैंग के सदस्य अचानक वहाँ इकट्ठा हो गए। उन्होंने रेलवे ट्रैक से पत्थर उठाकर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।
जाँच में सामने आया कि तौहीद और पीड़िता सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे से मिले थे। कुछ ही दिनों में दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए और आपस में मिलना-मिलाना शुरू हो गया।