Sunday, November 17, 2024

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रथयात्रा

‘नहीं हुई रथयात्रा तो 1 साल तक क्वारंटाइन रह सकते हैं भगवान जगन्नाथ, ओडिशा सरकार ने SC में बोला झूठ’

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने जगन्नाथपुरी में होने वाली वार्षिक रथयात्रा पर इस साल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण रोक लगा दी है। इसके बाद से ही हिन्दुओं में आक्रोश का माहौल है। लोगों का कहना है कि जब अनलॉक के तहत सारी चीजें खुल ही रही हैं तो फिर रथयात्रा पर रोक क्यों?

अयोध्या कांड: रथी आडवाणी, सारथी मोदी… और राम मंदिर की वह लहर जिसने खोद दी ‘सेक्युलरों’ की कब्र

इस यात्रा ने सत्ता में भाजपा को स्थापित करने के बीज बोए। आज उसकी जड़ें इतनी फैल गई हैं कि जो नेहरू कभी राम को बेदखल करने पर अमादा थे, आज उनकी ही राजनीति के वारिस मंदिर-मंदिर प्रदक्षिणा को मजबूर हैं। बाकायदा मुनादी की जाती है उनके जनेऊधारी हिन्दू होने की।

पुरी रथयात्रा: लाखों की भीड़ के बीच से भी वॉलिंटियर्स ने ऐम्बूलेंस के लिए रास्ता बना पेश की मिसाल, देखें VIDEO

इस वीडियो को पुरी के एसपी ने ख़ुद ट्विटर पर शेयर किया। उन्होंने लिखा, “1200 वॉलिंटियर्स, 10 संगठनों और घंटों की मेहनत के बाद रथयात्रा 2019 के दौरान ऐम्बुलेंस की सरल संचालन के लिए ह्युमन कॉरिडोर बनाना संभव हो पाया।”

ममता की ‘मक्कारी’: BJP रथ यात्रा पर खौफ़ का खेल, रची झूठी इंटेलीजेंस रिपोर्ट से साज़िश

स्टिंग ऑपरेशन में यह खु़लासा हुआ है कि ज़मीनी स्तर पर कोई खास इंटेलीजेंस इनपुट नहीं था, जिसके आधार पर रथ यात्रा पर रोक लगाने की बात को वाजिब ठहराया जा सके।

सुप्रीम कोर्ट ने रोका BJP का रथ, कहा बंगाल सरकार की चिंता बेवजह नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर बीजेपी रथयात्रा को लेकर नई योजना लेकर आती है, तो उस पर नए सिरे से विचार किया जा सकता है।

बंगाल में रथयात्रा की अनुमति के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएगी BJP

शुक्रवार को कोलकाता उच्च न्यायलय की दो सदस्यीय पीठ ने एकल पीठ का फैसला पलटते हुए भाजपा को पश्चिम बंगाल में रथयात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। अब भाजपा ने इस निर्णय के खिलाफ सर्वोच्च न्यायलय का रुख करने की घोषणा की है। ऐसे में बंगाल में सियासी पारा और ऊपर चढ़ने की उम्मीद है।

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