Sunday, November 17, 2024

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लालकृष्ण आडवाणी

95 के हुए भारतीय राजनीति के ‘रथी’: जिन्हें रोक ‘मुस्लिमों का मसीहा’ बनने की लालू-मुलायम में लगी थी होड़, मंजिल तक पहुँचे बगैर खोद...

राम मंदिर को राष्ट्र की सांस्कृतिक चेतना और संकल्प का हिस्सा बता फूँकी गई उस रथ यात्रा के बिगुल को याद करने के लिए 8 नवंबर से बेहतर दिन नहीं हो सकता। आज आडवाणी 95 साल के हो गए हैं।

‘…उनके कई प्रयासों के लिए राष्ट्र ऋणी’: 94 साल के हुए लालकृष्ण आडवाणी, PM मोदी, शाह सहित बीजेपी नेताओं ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर पहुँच कर उनको जन्मदिन की बधाई दी।

‘मंदिर वहीं बनाएँगे’: अयोध्या में मंदिर निर्माण का संकल्प लेकर सोमनाथ से चले आडवाणी का वह ऐतिहासिक भाषण

राम मंदिर आंदोलन में दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी की भूमिका को कोई नहीं भूल सकता। उनकी प्रसिद्ध रथ यात्रा का भाषणवायरल हो रहा है।

जनसंघ: ‘राष्ट्रवाद’ को आवाज देने वाला पहला राजनीतिक दल, जिसके कार्यकर्ता सीमा से सियासत तक डटे रहे

1962 में चीन और 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में जनसंघ और आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने सिविक और पुलिस ड्यूटी का किरदार निभाया था।

‘जय श्री राम’ के उद्घोष के साथ आडवाणी ने जताई खुशी, जोशी ने कहा- सभी को अब मंदिर निर्माण को लेकर उत्साहित होना चाहिए

"फैसले ने मेरी निजी और बीजेपी की राम जन्मभूमि मूवमेंट भावना को भी सही साबित किया। मैं इस फैसले का तहेदिल से स्वागत करता हूँ।"

बाबरी मस्जिद साजिश के तहत नहीं तोड़ी गई, यह अचानक घटी: कोर्ट ने सभी 32 आरोपितों को किया बरी

बाबरी ध्वंस मामले में सीबीआई के स्पेशल जज एसके यादव ने 2000 पन्नों का जजमेंट दिया। इस मामले में सभी आरोपितों को बरी कर दिया गया है।

27 साल बाद बाबरी विध्वंस केस में 30 सितंबर को आएगा कोर्ट का फैसला: आडवाणी, जोशी, कल्याण सहित 49 हैं आरोपित

बाबरी विध्वंस मामले में 27 साल से सुनवाई कर रही सीबीआई की एक विशेष अदालत अब 30 सितंबर को अपना फैसला सुनाएगी।

बाबरी विध्वंस केस: SC ने CBI कोर्ट को दिया 30 सितंबर तक फैसला सुनाने का समय, आडवाणी सहित कई बड़े नेता आरोपित

सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई कर रहे स्पेशल जज एस. के. यादव की रिपोर्ट देखने के बाद ट्रायल को पूरा करने की समय सीमा को और एक महीना बढ़ाकर 30 सितंबर तक कर दिया है।

आडवाणी का ऐतिहासिक वीडियो, जिसके बाद ‘बच्चा-बच्चा राम का, जन्मभूमि के काम का’ नारा बना जन आंदोलन

क्या हिन्दू आस्था के सबसे बड़े और अहम प्रतीक भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण का सफर इतना सरल और खुशनुमा था? इसका जवाब इस मंदिर के इतिहास और बाबरी मस्जिद विवाद के साक्षी लोगों से बेहतर और कौन दे सकता है।

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