इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सिग्नल मेंटनेंस करने वाले अधिकारी ने नियम के तहत काम किया। उसने मेंटनेंस करने से पहले और उसके बाद क्रमशः डिस्कनेक्शन और रीकनेक्शन मेमो स्टेशन मास्टर को सौंपा था।
दिनेश त्रिवेदी ने दावा किया, "रेलवे ट्रैक पर ग्रीन सिग्नल था, ऐसे में इंटरलॉकिंग सिस्टम का इस तरह से खराब होना असंभव है। रेलवे सिस्टम में इस तरह की चीजें नहीं होतीं।"
रिलायंस स्टोर्स के माध्यम से प्रभावित परिवारों को अगले 6 महीनों के लिए आटा, चीनी, दाल, चावल, नमक और खाना पकाने के तेल सहित मुफ्त राशन देने का भी ऐलान किया गया है।
अडानी समूह उठा चुका है अनाथों की स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी।