JRD टाटा मानते थे कि नेहरू द्वारा विमान सेवा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण एक अच्छा फैसला नहीं है और इससे एक सटीक एयर ट्रांसपोर्ट सिस्टम का निर्माण नहीं होगा।
शिबांगी सिन्हा रॉय ने एयर इंडिया से पूछा कि क्या वे परेशान करने के लिए 500 रुपए अतिरिक्त लेते हैं?’ उन्होंने एयर इंडिया के कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि वो उनसे ऐसे बात कर रहे थे जैसे वो ‘कोई वांटेड आतंकवादी’ हो।