Sunday, November 17, 2024

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पहले पाकिस्तान जैसी थी कश्मीर के दलित-हिंदुओं की स्थिति, 370 का छला हिन्दू समाज पीढ़ियों से उठा रहा था कचरा

नाले-पेशाब-पखाना साफ करते हिंदू दलितों की जो हालत आज पाकिस्तान में है, वही हालत अनुच्छेद 370 के उन्मूलन से पहले भारत के जम्मू-कश्मीर में थी।

J&K में आतंकी घटना में भारी कमी, कानून-व्यवस्था बिगड़ने पर किसी नागरिक की मौत नहीं: गृह मंत्रालय ने बताया 370 हटने का असर

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद किसी भी नागरिक की मौत कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की वजह से नहीं हुई है।

शाह फैसल की ‘घर-वापसी’: बोला – 370 पर जो किया, उस पर पछतावा… #Indiatogether का किया समर्थन

"मुझे भारत के आंतरिक मसलों पर वैश्विक जनता से संवाद करते हुए अपने शब्दों के साथ कहीं ज़्यादा सावधानी बरतनी चाहिए थी।”

इस साल भी सेना ने नहीं निकलने दिए घर-घर से अफजल: वो ऑपरेशन जिन्होंने फेल कर दिया वामपंथियों का खूनी एजेंडा

सेना ने इस साल त्राल और डोडा को भी आतंकवाद मुक्त कर दिया है। हिज्बुल के लीडर्स का भी एक-एक कर सफाया होता रहा और यह पोस्ट अब अक्सर खाली ही रहने लगी है।

बुलेट का जवाब बैलेट से: जम्मू-कश्मीर में भारत, भारतीयों और लोकतंत्र की जीत, भाजपा का उदय है बड़ा संदेश

सन 2021 की ‘पूर्वसंध्या’ में आए ये चुनाव परिणाम बहुत कुछ कहते हैं और आगामी विधानसभा चुनावों की पूर्वपीठिका निर्मित करते हैं।

‘आंदोलनों’ के समर्थन में इस्तीफा देने वाले IAS/IPS अफसर या तो करप्शन के आरोपित या फिर थाम लेते हैं कॉन्ग्रेस का हाथ

अमूमन देखने को मिलता है कि 'आंदोलनों' के समर्थन में नौकरी छोड़ने वाले अफसर या तो करप्शन के आरोपित हैं या फिर कुछ दिन बाद उनका पॉलिटिकल एजेंडा सामने आ जाता है।

जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की नई सुबहः पहली बार शरणार्थी, गोरखा, वाल्मीकि समुदाय के लोग भी डालेंगे वोट

इतिहास में पहली बार पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थी, गोरखा और वाल्मीकि समुदाय के लोग भी मतदान कर सकेंगे। अभी तक ये अभागे और उपेक्षित समुदाय राज्य के चुनावों में मतदान के अपने लोकतान्त्रिक अधिकार से वंचित रहे हैं।

‘जो बायडेन की मदद से जम्मू कश्मीर में वापस आएगा अनुच्छेद-370, जाएगा इस्लामोफोबिया’: कॉन्ग्रेस नेता की खिलीं बाँछें

जम्मू कश्मीर की स्थानीय पार्टियों का भारत-विरोधी रुख तो जगजाहिर है, लेकिन अब कॉन्ग्रेस पार्टी भी फ़ारूक़ अब्दुल्लाह और महबूबा मुफ़्ती जैसे नेताओं के सुर में सुर मिला रही है।

‘मरने से बेहतर यही होगा कि वह हथियार उठा ले, J&K के युवाओं के पास और कोई विकल्प नहीं’ – महबूबा मुफ्ती

“जब राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया और अनुच्छेद 370 हटा कर इसे बाँटा गया है, तब से घाटी में आतंकवाद बढ़ा है। हर गाँव से 10-15 युवा...

जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में अब कोई भी खरीद सकेगा जमीन, नहीं छिनेगा बेटियों का हक़: मोदी सरकार का बड़ा फैसला

जम्मू-कश्मीर में अब देश का कोई भी व्यक्ति जमीन खरीद सकता है और वहाँ पर बस सकता है। गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को इसके तहत नया नोटिफिकेशन जारी किया गया है।

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