काफिला रोके जाने पर सेना ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियाँ चलाईं लेकिन कोई सड़क से हटने को तैयार नहीं हुआ और उपद्रवियों को रिहा करा लिया।
संदिग्ध लिंक भेज कर फोन का डेटा हैक किया था, फिर भारतीय सेना की गुप्त जानकारियाँ पाकिस्तान भेजी जाती थीं। इस नंबर की जाँच की गई तो वो जामनगर के मोहम्मद सकलेन के नाम पर रजिस्टर्ड था।
नौसेना तथा थल सेना ने इन ड्रोन का ऑर्डर भी दिया है। यह जल्द ही भारतीय सेनाओं में शामिल हो कर अपनी सेवाएँ देंगे। पहला ड्रोन हैदराबाद से गुजरात तक उड़ा कर भेजा जाएगा जहाँ इसे नौसेना में शामिल किया जाएगा।