"जो देश के संविधान के ख़िलाफ़ जाता है, वो जेल में जाता है। इसी तरह जो आध्यात्म के संविधान का उल्लंघन करता है, वो जीवन चक्र में फँस जाता है। गीता को मानव जीवन के संविधान के रूप में स्वीकार करना चाहिए।"
दिनदहाड़े हत्या से प्रदेश की क़ानून-व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है। आक्रोशित लोगों ने विहिप नेता का शव रख सड़क जाम कर दिया। अधिकारियों के समझाने पर लोग शव को पोस्टमार्टम कराने को राजी हुए।
उज्जैन के प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अफजल खान ने शनिवार को धारा 153 में दोनों आतंकियों को दोषी करार दिया। मामले में तीसरे आरोपित सैयद सलाउद्दीन की मौत हो चुकी है। नागौरी फिलहाल अहमदाबाद की जेल में बंद है।
महात्मा गाँधी के 150वें जन्मदिवस के मौके पर जब नेतागण श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पहुँचे, तो उन्होंने पाया कि वहाँ रखी गई गाँधी से जुड़ी चीजें गायब थीं और गाँधी के पोस्टर पर काले स्केच से लिखा गया था- 'राष्ट्रदोही'।
याचिका में कहा गया है कि एसआईटी को आदेश दिया जाए कि वह इस मामले में ज़ब्त मोबाइल, लैपटॉप, वीडियो, सीडी आदि की सूची कोर्ट में पेश करे, क्योंकि इनके साथ छेड़छाड़ की जा सकती है। साथ ही पूरे मामले की जाँच कोर्ट की निगरानी में कराने की माँग भी की गई है।
डॉ टीके नवरात्रि के दौरान सोनिया गाँधी की पूजा करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि वह देवी का अवतार हैं। वो उनसे प्रार्थना करते हैं और नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक सोनिया गाँधी के लिए व्रत रखते हैं।
कुरैशी ने पार्टी नेतृत्व को पिछले चुनावों की याद भी दिलाई। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मुस्लिम ही कॉन्ग्रेस का साथ देते हैं। लेकिन नेतृत्व यह भूल गया है। आज वह भाजपा के हिंदुत्व विचाराधारा के समर्थकों को खुश करने में जुटी है।
अर्जुन के पिता की आर्तिक हालत बेहद ही खराब है। परिवार को सरकारी योजना का लाभ भी नहीं मिलता है और राशन कार्ड न होने की वजह से राशन भी उचित दाम पर नहीं मिलता है।
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि दिनदहाड़े पत्रकार के पीटे जाने के बाद भी बात-बे-बात पर शोर मचाने वाली लिबरल गैंग मौन है क्योंकि यहाँ शासन कॉंग्रेस का है, सत्ता में कमलनाथ और आरोपित कॉन्ग्रेस नेता गोविंद सिंह.......
लक्ष्मण सिंह ने मीडिया सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ऐसे काण्ड हजारों साल से चले आ रहे हैं। पहले भी महिलाओं का उपयोग सत्ता पाने के लिए युद्ध में होता था। हालाँकि, मोहपाश में फँसाकर सरकारी ठेके हासिल करने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल सरासर गलत है।