Sunday, November 17, 2024

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Mulayam Singh Yadav

‘उस च#@र औरत को माँद से बाहर निकालो’: जब पागल हो गए थे सपाई गुंडे, मायावती पर हमले कर फाड़े थे कपड़े, एक संघी...

उत्तर प्रदेश राजनीति में 'गेस्ट हाउस कांड' ने मुलायम सिंह यादव और मायावती को दुश्मन बना दिया। ढाई दशक बाद दोनों फिर मिल गए, पर जनता ने ही नकार दिया।

जब CM अखिलेश के गाँव में रात भर पिटी पुलिस और सैफई महोत्सव पर उड़ाए गए ₹300 करोड़, कुछ ऐसा था सपा का शासन...

साल 2014 में तत्कालीन अखिलेश यादव की सरकार ने सैफई महोत्सव पर 300 करोड़ रुपए फूँक दिए। खूब नाच-गाने हुए। पुलिस को रात भर पीटा गया।

पिता मुलायम ने लगवाई वैक्सीन, बेटे अखिलेश ने कहा था ‘बीजेपी की वैक्सीन’, यूपी डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- ‘माफी माँगें’

मुलायम सिंह यादव के कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद बीजेपी ने अखिलेश यादव को बीजेपी वैक्सीन वाले बयान के लिए की माफी की माँग

समाजवाद बबुआ धीरे-धीरे आई: मुलायम सिंह यादव के गाँव में आजादी के बाद पहली बार दलित प्रधान

विनीता नाम की महिला के चुनाव में उतरने से गाँव में मतदान हुआ। उन्हें मात्र 15 वोट मिले जबकि रामफल वाल्मिकी को 3877 वोट मिले हैं।

मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा ने राम मंदिर के लिए दिया ₹11 लाख का दान, कहा- ‘अतीत के लिए मैं जिम्मेदार नहीं’

अपर्णा यादव ने कहा कि उन्होंने ये काम अपनी स्वेच्छा से किया है। वह अपने परिवार की जिम्मेदारी नहीं ले सकती हैं, अतीत कभी भी आने वाले कल के बराबर नहीं हो सकता है।

12:34 मिनट का दुर्लभ वीडियो: कारसेवकों पर बरस रही थीं गोलियाँ और जय श्रीराम के नारों से गूँज रहा था आसमान

मृत श्रद्धालुओं को न सिर्फ मार डाला गया था बल्कि हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया गया था। उन्हें दफना दिया गया था।

जो भारत का है उसे रजिस्टर में अंकित होने में क्या समस्या है: NRC के समर्थन में मुलायम की बहू

अपने ट्वीट में अपर्णा यादव ने जामिया मिलिया, NRC बिल, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और 16 दिसंबर के हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए लिखा, “जो भारत का है उसे रजिस्टर में अंकित होने में क्या समस्या है?”

अयोध्या: जब दर्जनों रामभक्तों की लाश पर चढ़ ‘मुल्ला’ बने थे मुलायम, बाद में कहा- और भी मारते

30 अक्टूबर 1990 बताता है कि तुष्टिकरण के नाम पर कथित सेक्युलर जमात के नेताओं ने क्या-क्या कारनामे किए हैं। प्रायश्चित की बजाय कैसे अपने कृत्यों को जायज ठहराया है।

सपा के पूर्व राज्यसभा सांसद संजय सेठ, सुरेंद्र नागर BJP में शामिल

संजय सेठ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष थे। वे यूपी के बड़े बिल्डर्स में से एक हैं। बताया जाता है कि वे मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव के बिज़नेस पार्टनर भी हैं।

मुलायम को नहीं दिए वोट तो दलित बस्ती वालों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, आयोग ने लिया संज्ञान

“यह हमारे संज्ञान में आया है कि मैनपुरी के लोकसभा क्षेत्र में एससी-एसटी लोगों के साथ हिंसा की गई थी, जिन्होंने चुनाव में सपा उम्मीदवार मुलायम सिंह यादव को वोट नहीं दिया था, उन्हें लाठी-डंडों से पीटा गया और बंदूक से हवाई फायर करके डराया गया। इसी समुदाय के सदस्यों में से एक, बीएसएफ जवान रामनरेश (रिंकू) ने घटनास्थल से भागने के बाद पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।”

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