किसी असामाजिक तत्व ने मंदिर परिसर में ही हरे रंग का इस्लामिक झंडा गाड़ दिया था। झंडे में किसी मस्जिद का चित्र बना हुआ है। ऊपर अरबी भाषा में कुछ इस्लामिक लाइनें लिखी हुई हैं।
शिवशंकर को पीटने के बाद आरोपित निश्चिन्त थे कि उनके खिलाफ कोर्ट में कोई वकील खड़ा नहीं होगा। कामिल मुस्तफा ने अपने दोनों नामजद बेटों को बचाने के प्रयास भी शुरू कर दिए थे।
बोर्ड पर दी गई हिदायत का उल्लंघन करने वालों पर ग्रामीणों की तरफ से 5000 रुपए के जुर्माने का भी एलान किया गया है। ग्रामीणों की इस पहल का कई इस्लामी और वामपंथी हैंडलों द्वारा विरोध किया जा रहा है।