पत्रिका 'लहरों की बरखा' चलाने वाले मदन सिंह ने इस मामले को उठाया तो उनकी हत्या कर दी गई। कई पीड़िताएँ सामाजिक कारणों से बाद में मुकर गईं। कई अब तक दादी बन चुकी हैं।
दलित छात्र की मौत की खबर सुन कर अस्पताल में जिले के तमाम सीनियर प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि पहुँच गए हैं। मुस्लिम छात्र ने देवराज पर चाकू के दो-तीन वार किए थे।
रहमान को भारत में लैंड करते ही एयरपोर्ट से ही हिरासत में ले लिया गया। उसने अपनी बीवी को कुवैत से ही फोन पर तीन तलाक देकर पाकिस्तानी महिला से निकाह रचा लिया था।