राम मंदिर निर्माण के दौरान की गई खुदाई में प्राचीन मूर्तियाँ मिली हैं जिन्हें आमजनों को देखने के लिए रखा जाएगा। उद्घाटन में आना चाहता है दक्षिण कोरिया।
तीर्थ क्षेत्र भवन रामकोट में ऋग्वेद, साम वेद, कृष्ण यजुर्वेद, शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रों की आहुतियाँ दी जा रही हैं। वाल्मीकि रामायण व श्रीमद्भागवत का भी पाठ हो रहा है।
रामनवमी पर भगवान सूर्य की किरणें रामलला की प्रतिमा पर पड़ें - इसके लिए तैयारियाँ की जा रहीं हैं। अंतरिक्ष विभाग तथा अन्य संस्थाओं के वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल का कहना है, "शालिग्रामी नदी से निकाली गईं ये दोनों शिलाएँ करीब 6 करोड़ साल पुरानी बताई जा रही हैं।"