कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा 26 जनवरी को निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा मामले में पुलिस ने एक और आरोपित जसप्रीत को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा और अराजकता के पीछे मुख्य रूप से दीप सिद्धू का हाथ था। उसे दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के दल ने सोमवार की रात को हरियाणा में करनाल बाइपास के पास से गिरफ्तार किया था।
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपित बुराड़ी और लाल किले पर हुई हिंसा की घटनाओं में शामिल थे। लाल किला हिंसा मामले की जाँच कर रही क्राइम ब्रांच अब तक 5 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
लाल किले पर धार्मिक झंडे फहराए जाने और गिरफ्तार किए गए किसानों को लेकर अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा है, “निशान साहिब सिख पहचान का प्रतीक है। झंडा फहराना अपराध नहीं बनता।”
लाल किले में हुई हिंसा और बर्बरता की घटना के जाँच के लिए कथिततौर पर एनकाउंटर स्पेशिलिस्ट एसीपी ललित मोहन नेगी को यूएपीए का नया इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर नियुक्त किया गया है।
वीडियो में दंगाइयों के एक समूह को लाल किले की दीवारों पर पेशाब करते हुए देखा गया था। वीडियो बनाते हुए एक दंगाई कहता है कि, "हम मोदी के मुँह में पेशाब करेंगे।"