संभल के कोट इलाके के स्थानीय बुजुर्गों की बातचीत से यही पता चलता है कि शाही जामा मस्जिद में पहले लोगों का आना-जान था, मगर बाद में हर चीज बंद करवा दी गई।
संभल में मुस्लिम भीड़ की हिंसा में घायल डिप्टी कलेक्टर रमेश बाबू ने अपनी तहरीर में बताया है कि हमलावर किसी भी हालत में सर्वे रोकने पर आमादा थे और कुछ दंगाइयों ने उन्हें निशाने पर ले लिया था।
जामा मस्जिद में भी बिन कड़ी सुरक्षा चेकिंग के किसी को भी भीतर नहीं जाने दिया जा रहा। लगातार मौलानाओं से कहकर शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील हो रही है।