Sunday, November 17, 2024

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जातिप्रथा

जातिगत आरक्षण: जरूरतमंदों को लाभ पहुँचाना उद्देश्य या फिर राजनीतिक हथियार? विभाजनकारी एजेंडे का शिकार बनने से बचना जरूरी

हमें सोचना होगा कि जातिगत आरक्षण के जरिए क्या हम वास्तव में जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं या फिर हम एक नई जातिगत विभाजन की नींव रख रहे हैं?

जिस IAMC के लश्कर जैसे आतंकी संगठन से लिंक, वह अमेरिका के हिंदुओं को बता रहा ‘असहिष्णु-इस्लामोफोबिक’: 950 लोगों के सर्वे से चलाया प्रोपेगेंडा

IAMC का यह नया सर्वेक्षण भी हिंदू अमेरिकियों को बदनाम करने के लिए एक सुनियोजित प्रयास है। इसके परिणाम और दावे संदेहास्पद हैं और सच्चाई से बहुत दूर हैं।

कला, विज्ञान, गणित… 1000 साल तक सब फूले-फले, फिर ‘कुल (जाति) की राजनीति’ में डूब गया सबसे ताकतवर गणराज्य: क्या जातीय जनगणना पर सियासत...

आज राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं द्वारा माँग की जा रही जाति जनगणना हो, लेकिन नीचे के पायदान पर बचे लोगों की भलाई के लिए हो।

‘पिछड़े समूहों के जन-कल्याण के लिए हो आँकड़ों का इस्तेमाल’: जानिए कैसे कॉन्ग्रेस ने जाति जनगणना पर RSS को लेकर फैलाया झूठ, संगठन को...

सुनील आम्बेकर ने स्पष्ट कहा कि जातीय जनगणना का इस्तेमाल सिर्फ चुनाव और चुनावी राजनीति के लिए नहीं होना चाहिए। यानी, राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

‘बिहारी’ के बाद अब ‘जाति’ वाली गाली सुनेंगे बिहार वाले: अगड़ा-पिछड़ा की राजनीति ने राज्य को बनाया नरक, जातिवाद बना रहा जिंदा लाश

बिहार में विधानसभा चुनाव में 1 साल है, लेकिन उससे पहले जाति की राजनीति शुरू हो गई है। मनोज झा के बाद अशोक चौधरी का बयान यही संकते देता है।

हे कॉन्ग्रेस के लेमनचूसों! स्मृति ईरानी ने जो कहा उसे ‘राहुल गाँधी का फैन’ होना नहीं कहते, इसे हिंदुओं को बाँटने की राजनीति करने...

स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गाँधी की राजनीति कुछ साल पहले तक मंदिरों में जाने की थी, इससे फायदा ना होने उन्होंने जाति का मुद्दा उठाया।

भारत में रहने वाले सभी लोग यहाँ के मूलनिवासी: शूद्रों यानी ‘दास-दस्यु’ और ‘सबसे निचले पायदान’ वाले नैरेटिव पर डॉ अम्बेडकर का फैक्ट-चेक

विश्व मूलनिवासी दिवस की तिथि जानने भर से भारतीय जाति-व्यवस्था पर फैलाए गए झूठ को नहीं समझा जा सकता है। डॉ अम्बेडकर ने स्पष्ट किया था कि...

‘किस आधार पर 77 मुस्लिम जातियों को दे दिया OBC का दर्जा?’: सुप्रीम कोर्ट का TMC सरकार से सवाल, कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले पर...

पश्चिम बंगाल सरकार ने उच्चतम न्यायालय में यहाँ तक कह डाला कि कलकत्ता हाईकोर्ट ही प्रदेश में सरकार चलाना चाह रही है। इंदिरा जयसिंह थीं वकील।

ये राजनीति ख़ून माँगती है… जाति पूछ-पूछ कर जाति मिटाने की बातें, ध्रुवीकरण के जरिए आँकड़ों को नेता बनाएँगे हथियार: जाति जनगणना पर क्यों...

एक तरफ योगेंद्र यादव 'बाबासाहब के सपनों' की बात करते हुए जाति मिटाने की भी बात करते हैं, दूसरी तरफ ये भी चाहते हैं कि हर कोई अपनी जातिगत पहचान आगे करे। दोनों चीजें एक साथ कैसे हो सकती हैं?

मद्रास HC ने ‘जाति-वर्ण’ वाले फैसले में किया बदलाव, कहा था: वर्तमान जाति व्यवस्था 100 साल से भी कम पुरानी, इसे वर्ण व्यवस्था से...

न्यायमूर्ति अनीता सुमंत ने कहा था कि जातियों में समस्या है लेकिन यह व्यवस्था एक सदी से भी कम पुरानी है और इसका दोष पुरातन वर्ण व्यवस्था पर नहीं मढ़ा जा सकता।"

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