रवीश कुमार ने अगस्त 22, 2015 में एक ट्वीट के बाद सीधा जनवरी 2020 में एक ट्वीट को एक रीट्वीट किया था, अर्थात साढ़े 4 साल का गैप। इसके बाद फिर 1 साल का गैप।
ट्विटर पर इस चर्चा को कई भाजपा समर्थकों ने ज्वाइन किया था, ताकि वह जान सकें बासु का क्या कहना है। लेकिन भाजपा समर्थक इससे जुड़ने के बाद सिर्फ हँसने वाली इमोजी भेजते रहे।