Saturday, July 27, 2024
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सवाल: वैक्सीन का कॉन्ट्रैक्ट किसको? जवाब: तेरे बाप को; बदजुबानी के बाद मुंबई की महिला मेयर ने डिलीट मारा ट्वीट

किशोरी पेडनेकर ने पिछले दिनों कहा था कि अब कुम्भ से लौटने वाले अपने-अपने राज्य में कोरोना को प्रसाद की तरह बाँटेंगे।

मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर अब एक नए विवाद के कारण सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं। इस दफा उन्होंने एक यूजर्स को जवाब देने के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। इसके बाद ट्विटर यूजर उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाने लगे।

दरअसल, मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू की वीडियो को अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया था। इस इंटरव्यू में मुंबई के अंदर वैक्सीनेशन के लिए उन 9 कंपनियों की बात की गई थी, जिनसे बीएमसी कॉन्ट्रैक्ट देकर वैक्सीन खरीदने की कोशिश कर रही है। 

इसी ट्वीट के नीचे जब एक यूजर ने उनसे पूछा कि किन कंपनियों को कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। जवाब में पेडनेकर ने मराठी में लिखा- तुझ्या बापाला यानी ‘तेरे बाप को।” इस ट्वीट को हालाँकि बाद में डिलीट कर दिया गया। लेकिन यूजर्स तब तक इसका स्क्रीनशॉट लेकर इसे वायरल कर चुके थे।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार भाजपा पार्षद भालचंद्र ने इस ट्वीट को पढ़कर लिखा, “मुंबई की पहली नागरिक होने के नाते, सार्वजनिक क्षेत्र में सभ्य और सुसंस्कृत भाषा (उससे) की अपेक्षा करते हैं।” समाजवादी पार्टी के नेता रईस शेख लिखते हैं कि कम से कम मेयर को उस ऑफिस का मान-सम्मान बनाए रखना चाहिए जिसे वह सँभालती हैं। ये उस ऑफिस की छवि गलत बनाता है जिसका दारोमदार उन पर है।

पत्रकार शेफाली वैद्य इस मामले में पेडनेकर के स्क्रीनशॉट शेयर करके कहती हैं, “भाइयो और बहनों मेयर किशोरी पेडनेकर एक आम नागरिक को गाली दे रही हैं, क्योंकि उसने सिर्फ एक सवाल किया। यही शिवसेना की असल परंपरा है। ये मुंबई की पहली नागरिक हैं। बहुत बढ़िया।”

सामान्य यूजर्स का पूछना है कि क्या आखिर ये तरीका होता है मुंबई वालों से बात करने का। यूजर ने सिर्फ साधारण सा सवाल किया था। लेकिन पेडनेकर इतनी अभद्रता से जवाब दिया। उन्हें इसके लिए माफी माँगनी ही चाहिए। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि किसी शिवसेना नेता से ऐसी अभद्र भाषा का प्रयोग सुनना कोई हैरानी की बात नहीं है, क्योंकि ये सब वह हमेशा करते हैं।

किशोरी पेडनेकर ने सफाई देते हुए कहा है कि ट्वीट शिवसेना के एक कार्यकर्ता ने किया था। वह एक आयोजन में थीं और उन्होंने अपना फोन उसे दे रखा था।

मालूम हो कि किशोरी पेडनेकर ने एक नर्स के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी लेकिन 1992 में वह शिवसेना से जुड़ीं और पहली बार पार्षद के तौर पर उन्हें 2002 में चुना गया। फिर 2012 और 2017 में भी वह पार्षद चुनीं गई। 2019 में उन्हें मुंबई के 77वें मेयर का पद मिला।

गौरतलब है कि किशोरी पेडनेकर पिछले दिनों कुम्भ पर बयानबाजी के कारण विवादों में आई थी। उन्होंने कुंभ को लेकर कहा था कि पिछले साल जैसे तबलीगी जमात के कारण स्थिति बिगड़ी, वैसे ही अब कुम्भ से लौटने वाले अपने-अपने राज्य में कोरोना को प्रसाद की तरह बाँटेंगे। इसलिए उन्हें प्रवेश देने से पहले उन्हीं के पैसों पर क्वारंटाइन करवाया जाना चाहिए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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