सीता सोरेन ने स्पष्ट कह दिया है कि कल्पना सोरेन उन्हें सीएम के रूप में स्वीकार नहीं है। वो दुमका के जमा से लगातार तीसरी बार विधायक हैं। कहा - अब और त्याग नहीं करूँगी।
ये किस्सा 2004 का है, जब चिरूडीह नरसंहार का मामला खुला और नए-नए केंद्रीय कोयला मंत्री बने शिबू सोरेन को इस्तीफा देना पड़ा। उस समय वो फरार घोषित कर दिए गए थे।