Monday, November 18, 2024

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मीडिया फैक्ट चेक

फैक्ट चेक: UP में 3 दलितों के साथ मारपीट, सिर मुँड़वा कर गाँव में घुमाया, क्विंट सहित मीडिया गिरोह ने फैलाया झूठ, जानिए सच

'द क्विंट' की एक रिपोर्ट को शेयर करते हुए कुछ चिरपरिचित एजेंडाबाजों ने 'दलित लाइव्स मैटर' हैशटैग के साथ इस झूठी खबर को शेयर किया।

फैक्ट चेक: क्या मंदिर में पूजा करने के कारण मारी अमरोहा में ‘सवर्णों’ ने ‘दलित’ को गोली? मीडिया गिरोह ने फैलाया झूठ

मीडिया के कई प्रमुख स्रोतों ने इस खबर को स्पष्ट तौर पर यह साबित करने का प्रयास किया है कि अमरोहा में एक दलित को मंदिर में जाने के कारण गोली से मार दिया गया।

मेरठ ‘लव जिहाद’: क्या पुलिस एनकाउंटर में मारा गया एकता की हत्या का आरोपित शाकिब?

ट्रिब्यून ने समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से लिखा है कि एसएसपी ने खुद उन्हें बताया कि एकता की हत्या में आरोपित शाकिब की मौत हो गई है और इस मुठभेड़ में घायल कॉन्स्टेबल का भी इलाज चल रहा है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर बॉयो से नहीं हटाया ‘BJP’, जानें क्या है सच

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर बॉयो से कभी BJP लिखा ही नहीं। लेकिन, मेनस्ट्रीम मीडिया ने झूठी खबर के बहाने बीजेपी से मनमुटाव का प्रोपेगेंडा रच दिया।

फैक्ट चेक: स्क्रॉल ने 65 लाख टन अनाज बर्बाद होने का फैलाया फेक न्यूज़, PIB ने खोली झूठ की पोल

वामपंथी वेबसाइट द स्क्रॉल ने एक बार फिर से इसी ट्रैक पर चलते हुए जनवरी से मई 2020 तक 65 लाख टन अनाज बर्बाद होने का झूठ फैलाया। प्रोपेगेंडा पोर्टल की रिपोर्ट में परोसे गए झूठ की पोल खुद पीआईबी ने फैक्टचेक कर खोली है।

10 अंकों का ही होगा मोबाइल नंबर: 11 अंकों के नंबर से जुड़ी मीडिया रिपोर्टों को TRAI ने किया खारिज

कुछ मीडिया हाउस खबर चला रहे थे कि मोबाइल फोन नंबर 10 अंक की बजाए 11 अंक का होने वाला है। मगर TRAI ने इससे इनकार किया है।

श्रमिक ट्रेनों में मौत की खबरों पर मीडिया ने फिर से फैलाया भ्रम, रेलवे ने लापरवाही के दावों को नकारा

श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में मौत को लेकर मीडिया लगातार भ्रामक खबरें प्रकाशित कर रहा है। रेलवे ने एक बार फिर ऐसी ख़बरों का खंडन किया है।

ब्रा, पैंटी, योनि, सेक्स, लिंग, वीर्य से करियर बनाने वाले संपादक के पत्रकारिता वाले कुछ लल्लनटॉप प्रयोग

ब्रा, पैंटी, लिंग, लिपस्टिक.. इन जैसे ही कुछ मिलते-जुलते विषयों में अगर आप रूचि रखते हैं तो आपकी पहली मंजिल दिल्ली पालिका बाजार या सरोजिनी मार्किट नहीं बल्कि दी लल्लनटॉप होना चाहिए।

लॉकडाउन में प्रसार भारती ने किसी कर्मचारी को नहीं निकाला: द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस ने फैलाया झूठ

"यह लेख तथ्यात्मक रूप से गलत है। ऑल इंडिया रेडियो की छवि खराब कर रहा है। पाठकों को गुमराह करने की कोशिश है।"

कोरोना संकट के लिए अजीम प्रेमजी ने दिया ₹50000 करोड़? लोगों ने इसमें भी ढूँढ लिया हिंदू-मुस्लिम – Fact Check

CNBC-TV18 से बातचीत में विप्रो ने कहा, “यह ऐलान मार्च 2019 में हुआ था। आज ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।” करीब एक साल पहले मार्च 2019 में जब अजीम विप्रो के चेयरमैन थे, तो उन्होंने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के लिए 52750 करोड़ रुपए दान किया था।

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