Monday, November 18, 2024
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धर्मांतरण का धंधा, भगवाधारी जीसस और पापिनी टेरेसा: अजीत भारती का वीडियो । Ajeet Bharti on Conversion game and Mother Teresa

ये बीमारियों को पापों का फल बताती थी और उसे भोगने के लिए कहती थी। उनसे कष्ट को सहने के लिए कहा जाता है। उनसे कहा जाता है कि जब ईसा मसीह क्रॉस पर चढ़े तो उन्हें भी तकलीफ हुई थी, तुम भी उसे महसूस करो।

आज आत्मा की डकैती करने वाली संस्था और उसकी सबसे बड़ी आदर्श मदर टेरेसा का जन्मदिन है। चर्च और ईसाई मिशनरीज ने भ्रांतियाँ फैलाई कि ये बहुत महान व्यक्तित्व थी। इन्हें नोबेल प्राइज तक दिलवा दिया गया। वेटिकन ने इन्हें ‘संत’ घोषित कर दिया। कैथोलिक चर्च बलात्कार, यौन शोषण, बच्चों के साथ जबरन समलैंगिक संबंध जैसे तमाम अपराधों का अड्डा बन चुका है। ये लोग बच्चे को बेचते भी हैं।

ये बीमारियों को पापों का फल बताती थी और उसे भोगने के लिए कहती थी। शायद यही वजह है कि मिशनरी और चैरिटी के क्लीनिक में उस समय भी और अभी भी पीड़ादायक बीमारियों से जूझ रहे लोगों को एक पेन किलर तक नहीं दिया जाता। उनसे कष्ट को सहने के लिए कहा जाता है। उनसे कहा जाता है कि जब ईसा मसीह क्रॉस पर चढ़े तो उन्हें भी तकलीफ हुई थी, तुम भी उसे महसूस करो।

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अजीत भारती
अजीत भारती
पूर्व सम्पादक (फ़रवरी 2021 तक), ऑपइंडिया हिन्दी

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