पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश बॉक्सर आमिर खान की पत्नी फरयाल मखदूम पर होमोफोबिक (एक तरह का डर है, जो विशेषकर समलैंगिकों को देखकर पैदा होता है) होने का आरोप लगा है। इतना ही नहीं, उन्हें इसके लिए काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा। इसकी वजह ये थी कि उन्होंने अपनी एक फैन के लिए ‘लेस्बियन’ शब्द का इस्तेमाल किया।
29 वर्षीय मॉडल ने अपनी एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें उन्होंने lilac satin नाम की ड्रेस पहनी थी, इसके अलावा उन्होंने एक हिजाब भी पहन रखा था। बॉक्सर आमिर की पत्नी फरयाल ने तस्वीर के कैप्शन में लिखा था, “मैं जितने की हक़दार हूँ मुझे उससे ज़्यादा देने के लिए भगवान का शुक्रिया।”
इस पर एक महिला ने लिखा, “आगे क्या, बिकनी?” इस टिप्पणी के साथ बिकनी का एक इमोजी भी मौजूद था। इसके जवाब में फरयाल ने टिप्पणी की और लिखा, ‘लेसबियन’।
इसके बाद एक और यूज़र ने टिप्पणी करते हुए लिखा, “व्हाट द फ़#? क्या तुम होमोफ़ोबिक हो?”
इस टिप्पणी के बाद बहुत से लोग फरयाल के बचाव में भी उतरे। कथित तौर पर होमोफ़ोबिक टिप्पणी का बचाव करते हुए एक अन्य यूज़र ने लिखा, “उसने सिर्फ लेसबियन कहा है। सिर्फ एक शब्द, मामले को तूल दिया जा रहा है।”
लेकिन इंटरनेट की जागरूक जनता शब्दों के मायने और उद्देश्य समझना अच्छे से जानती है। तस्वीर पोस्ट किए जाने के ठीक 10 मिनट के अंदर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। लोगों ने फरयाल मखदूम की टिप्पणी की जमकर आलोचना की है। फरयाल की हो रही आलोचना में से कुछ टिप्पणयाँ नीचे दी गई हैं-
“अगर तुम्हें उसकी बातों से इतना ही फ़र्क पड़ता है तो क्यों नहीं उसको अनफॉलो कर देती हो। क्या वो तुम्हारे हिस्से का किराया देती है या पोस्ट पर बुरा बनने के लिए तुम्हारी आत्मा को बढ़ावा देती है।”
“वह जो चाहे वो लिख सकती है। उसे परेशान करना बंद करो और उसके पेज से बाहर आओ।”
वहीं कुछ ऐसे भी थे जो फरयाल की तारीफ़ में जुटे हुए थे। लेकिन इन तमाम टिप्पणियों में ज़्यादातर ऐसी ही थीं जिनमें फरयाल को उनकी टिप्पणी के लिए तिरस्कार का सामना करना पड़ा था।
इसके पहले फरयाल ने ब्रिटिश सरकार को ‘तानाशाही’ बताया था, जब वहाँ की सरकार ने दुबई से आने और वहाँ के लिए यात्रा करने पर पाबंदी लगाई गई थी। जनवरी में ख़बर आई थी कि यूके ने यूएई को अपनी ‘ट्रेवल कॉरिडोर लिस्ट’ से बाहर कर दिया था।
इसके अलावा, यूके वापस आने वालों पर नियत अवधि के लिए क्वारनटाइन होना पड़ेगा क्योंकि पिछले कुछ समय में वहाँ कोरोना वायरस के मामलों में 52 फ़ीसदी की बढ़ोतरी आई थी। इस पर फरयाल ने लिखा था, “हर जगह नए नियम लागू कर दिए गए हैं, वो भी बिना चेतावनी के। ऐसा लग रहा है जैसे तानाशाही में जी रही हूँ।”