Sunday, December 22, 2024
Homeव्हाट दी फ*चलती मेट्रो में Kiss कर के विरोध जताने वाले कौन हैं ये लोग और...

चलती मेट्रो में Kiss कर के विरोध जताने वाले कौन हैं ये लोग और कहाँ से आते हैं? देखें Video

एक दूसरे को चूमकर विरोध कर रहे इन कपल्स का कहना है कि मेट्रो ट्रेन्स में इतनी भीड़-भाड़ है, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। जबकि, नाइट क्लब और म्यूजिक समारोहों पर पाबंदियाँ लगाई गई हैं।

कोरोना वायरस महामारी के बीच लोगों का जन-जीवन बड़े स्तर तक प्रभावित हुआ है। भारत सहित ही दुनियाभर के देश कई महीनों से लॉकडाउन की पाबंदियों से जूझ रहे हैं और अब कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के प्रसार से निपटने के लिए कई देशों ने जगह-जगह पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। लेकिन रूस के नागरिक अब इन पाबंदियों से परेशान हो गए हैं और अपने तरीकों से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

येकातेरिनबर्ग, रूस में यात्रियों को ले जा रही एक मेट्रो ट्रेन के डिब्बे में करीब तीस जोड़ों ने अपने मास्क हटाकर एक-दूसरे को चूमना शुरू कर दिया। यह अनोखा विरोध प्रदर्शन सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है और तस्वीरें भी शेयर की जा रही हैं।

इन लोगों ने दावा किया कि वो मनोरंजन और खान-पान उद्योग पर लगे ‘अनुचित नियमों’ के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करना चाहते थे। इन कपल्स का कहना है कि मेट्रो ट्रेन्स में इतनी भीड़-भाड़ है, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। जबकि, नाइट क्लब और म्यूजिक समारोहों पर पाबंदियाँ लगाई गई हैं।

मेट्रो में मौजूद इन प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनका लक्ष्य किसी को नुकसान पहुँचाना या फिर शर्मिंदा करना नहीं था मगर जिस तरह से कहीं छूट तो कहीं पाबंदी लगाई गई हैं, वह अनुचित है।

विरोध का यह अनोखा तरीका कई लोगों द्वारा रिकोर्ड कर लिया गया और यह सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर शेयर भी किया जा रहा है –

वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेन के भीतर मौजूद कपल्स जब एक दूसरे को किस कर रहे हैं तो पीछे ‘पिंकग्लास’ बैंड का गाना बज रहा है, जिसका शीर्षक है- ‘Let’s Kiss’। रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि उन्होंने सेवाओं को बाधित करने या किसी को अपमानित करने की योजना नहीं बनाई थी बस वो अपना विरोध रखना चाहते थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस कॉपर प्लांट को बंद करवाने के लिए विदेशों से आया पैसा, अब उसे शुरू करने के लिए तमिलनाडु में लोग कर रहे प्रदर्शन:...

स्टरलाइट कॉपर प्लांट के बंद होने से 1,500 प्रत्यक्ष और 40,000 अप्रत्यक्ष नौकरियाँ चली गईं। इससे न केवल स्थानीय लोगों पर असर पड़ा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा प्रभाव हुआ।

‘गृहयुद्ध छेड़ना चाहते हैं राहुल गाँधी’: कॉन्ग्रेस नेता को 7 जनवरी को बरेली की कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, सरकार बनने पर जाति...

राहुल गाँधी ने अपनी पार्टी का प्रचार करते हुए कहा था कि यदि कॉन्ग्रेस केंद्र में सरकार बनाती है, तो वह वित्तीय और संस्थागत सर्वेक्षण करेगी।
- विज्ञापन -