सेक्स टॉयज बनाने वाली कंपनी पर 2.4 मिलियन पाउंड यानी करीब 24 करोड़ रुपए का भारी भरकम जुर्माना लगाया गया है। कंपनी पर ग्राहकों को जानकारी दिए बिना उनकी सेक्सुअल एक्टिविटी पर नजर रखने का आरोप लगाया गया है।
Lad Bible की रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में एक मुकदमे के बाद कनाडाई ब्रांड वी-वाइब के निर्माता ने इसके इस्तेमाल पर नजर रखने के लिए अपने ‘स्मार्ट वाइब्रेटर’ का उपयोग करने के बाद प्रति ग्राहक पर £6,120 (6 लाख से अधिक रुपए) तक खर्च करने पर हामी भरी थी। सेक्स टॉय वी-वाइब 4 की कीमत £90 (9 हजार रुपए से अधिक) है। इसे दुनिया में कहीं से भी ऐप के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। ऐप में इसके इस्तेमाल के बारे में भी बताया गया है।
हालाँकि, लोगों को बाद में पता चला कि यह ऐप उनकी सेक्सुअल एक्टिविटी (Sexual Activity) पर नजर रख रहा था। उनका डेटा इकट्ठा कर रहा था और स्टैंडर्ड इनोवेशन को वापस भेज रहा था, जिसमें यह भी शामिल था कि यूजर्स ने कितनी बार इसका उपयोग किया और किस तीव्रता के साथ किया। कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार, लगभग 3,00,000 लोगों ने Bluetooth Enabled WeVibe प्रोडक्ट खरीदे। इनमें से लगभग एक-तिहाई लोगों ने इस ऐप का इस्तेमाल किया।
स्टैंडर्ड इनोवेशन ने इस बात पर जोर दिया कि इस जानकारी का उपयोग केवल टेस्ट (Diagnostic Purposes) के लिए किया गया था। एक महिला जो वाइब्रेटर को अपने से दूर रह रहे प्रेमी के साथ उपयोग करने के लिए लाई थी, उसने 2017 में डेली मिरर को बताया कि उसके लिए यह बात काफी चौंकाने और डराने वाली थी।
उसने कहा, “मुझे लगा कि मैं अपने पार्टनर के साथ जो भी शेयर कर रही हूँ, वह हम दोनों के बीच पर्सनल है। लेकिन मैंने एक सेकंड के लिए यह बिल्कुल भी नहीं सोचा कि यह कंपनी को हमारी पर्सनल डिटेल दे रहा है। उन्होंने यह बहुत गलत किया। बिना हमें बताए उन्होंने हमारी सेक्सुअल एक्टिविटी पर नजर रखी। यह काफी भयावह है। हास्यास्पद है कि उन्होंने सोच भी कैसे लिया कि वे ऐसा कर सकते हैं।”