उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रविवार सुबह (14 जनवरी, 2024) दो भाई राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन गाँव के मंदिर में होने वाले कार्यक्रम के लिए चंदा माँग रहे थे। जय श्रीराम नारे लगाते दोनों भाइयों पर गंगा घाट कोतवाली क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर ने तलवार और तमंचे से हमला किया। हालाँकि, उन्नाव पुलिस ने अपने ताज़ा बयान में किसी भी प्रकार के धार्मिक एंगल को नकार दिया है। पुलिस के अनुसार, FIR में वादिनी द्वारा ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया गया है।
थाना गंगाघाट क्षेत्रांतर्गत मोहल्ला चंपापुरवा में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट में घायल व्यक्ति की दौराने इलाज मृत्यु की घटना के संदर्भ में- @Uppolice pic.twitter.com/nLIUxiDMMk
— UNNAO POLICE (@unnaopolice) January 14, 2024
इसमें एक भाई की मौत हो गई और दूसरा बुरी घायल हो गया। मृतक विनोद कश्यप किसान नेता था। हत्या के बाद लोगों ने गंगा पुल पर जाम लगा दिया। लोगों ने नारेबाजी करते हुए आरोपित के एनकाउंटर की माँग की। इसे लेकर इलाके में तनाव का माहौल है और भारी पुलिस बल तैनात है।
पुलिस ने मृतक की पत्नी प्रीति कश्यप की तहरीर पर केस दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर गंगा घाट रामफल प्रजापति के मुताबिक, झगड़ा हुआ है, मामले जाँच की जा रही है और आरोपित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक,अयोध्या में 22 जनवरी, 2024 को प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन गाँव के मंदिर में होने वाले कार्यक्रम के लिए मोहल्ला चंपा पुरवा में भारतीय किसान यूनियन के जिला महासचिव विनोद कश्यप अपने छोटे भाई दुर्गा शंकर कश्यप उर्फ बउआ के साथ चंदा इकट्ठा कर रहे थे।
रविवार सुबह दोनों जय श्रीराम का जयघोष करते चंदा माँग रहे थे। इस दौरान गोताखोर मोहल्ले में रहने वाला हिस्ट्रीशीटर काले खाँ अपने साथियों के साथ पहुँचा और उनसे गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगा। काले खाँ ने बड़े भाई विनोद पर तलवार से हमला किया। जब बड़े भाई को बचाने के लिए छोटे भाई दुर्गा शंकर आए तो उन्हें तमंचे की बट मारकर घायल कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद काले खाँ हवाई फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गया।
दोनों भाइयों को पास के अस्पताल में ले जाया गया। यहाँ से बड़े भाई को कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर किया गया। वहाँ डॉक्टरों ने किसान नेता विनोद को मृत घोषित कर दिया। घायल छोटे भाई दुर्गा शंकर ने बताया कि उनके मोहल्ले में मंदिर है। वहाँ 22 जनवरी वहाँ कार्यक्रम होना है।
उन्होंने आगे बताया, “भाई और मैं इसी के लिए चंदा माँगने गए थे। काले खाँ ने हम पर हमला कर दिया। वह कह रहा था कि ज्यादा जय श्रीराम के नारे लगा रहे हो। इसके बाद हमें दौड़ा दिया गया।” घायल छोटे भाई के मुताबिक, “मेरे और मेरे बड़े भाई के साथ मारपीट की गई। मेरे हाथ खून से रंगे हुए थे। मैं पुलिस के पास गया, तो पुलिस एप्लिकेशन देने की बात करने लगी। किसी ने कोई सुनवाई नहीं की।”
उन्होंने आगे कहा, “हमें दौड़ाया गया, हमारे हाथ खून से अभी तक सने हैं। मैंने कहा कि मैडम पैर छू रहे हैं। मैडम, सर जल्दी चलिए। अगर पुलिस वक्त पर पहुँच जाती, तो यह घटना नहीं होती।”
मौके पर मौजूद लोगों का कहना था की हिस्ट्रीशीटर काले ख़ाँ का कई साल से इलाके में आतंक है। वह कई आपराधिक वारदातें कर चुका है। उसके डर की वजह से लोग थाने में उसकी शिकायत नहीं करते।
पुलिस ने खारिज की धार्मिक एंगल की बात
उन्नाव पुलिस ने इस संबंध में बयान जारी कर बताया कि गंगाघाट में दो समुदायों के बीच 14 जनवरी को मारपीट की घटना घटित हुई थी, उसके संबंध में एक पक्ष के द्वारा थाना गंगाघाट पर तहरीर दी गई कि उनके परिवार के सदस्यों पर दूसरे पक्ष के काले नाम व्यक्ति द्वारा पैसे की माँग की गई एवं उनके साथ मारपीट की गई तथा पत्थर मारा गया, जिस कारण परिवार के दो व्यक्तियों को चोटें आईं।
पुलिस ने आगे बताया कि उन्होंने इस मामले को दर्ज करके दोनों घायलों को उपचार हेतु अस्पताल पहुँचाया, लेकिन वहाँ पर विनोद कश्यप नामक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। इसी मामले में अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन हो चुका है।
उन्होंने मीडिया में प्रसारित खबरों को लेकर कहा कि कुछ रिपोर्ट्स में इस घटना के पीछे धार्मिक कारण बताया जा रहा है, लेकिन प्रथम सूचना रिपोर्ट में ऐसा कुछ भी नहीं बताया गया था। पुलिस के अनुसार, सभी तथ्यों की जाँच कर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।