प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (9 अप्रैल, 2024) को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ध्यान दिलाया कि आज देश के विभिन्न हिस्सों में नववर्ष मनाया जा रहा है। उन्होंने विक्रम संवत् 2081 के पहले दिन का जिक्र करते हुए समस्त देशवासियों को उगादी, गुड़ी-पड़वा, चेती-चांद, नवरेह और साजिबु-चेरोबा की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ दी। उन्होंने ध्यान दिलाया कि आज से चैत्र नवरात्रि भी शुरू हो गई है और देशभर में शक्ति उपासना की धूम मची है।
पीएम मोदी ने कहा कि हर कोई भक्ति में डूबा हुआ है, शक्ति उपासना में जुटा हुआ है। कुछ ही दिन में बैसाखी भी आने वाली है, पीएम मोदी ने जनता को इसकी भी शुभकामनाएँ दी। पीएम मोदी ने कहा कि सारी दुनिया की मुश्किलों के बीच भारत आज दिखा रहा है कि उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे कभी कॉन्ग्रेस सरकारें दुनिया से मदद माँगती थीं, लेकिन कोरोना के महासंकट में भारत ने पूरी दुनिया में दवाइयाँ और वैक्सीन भेजी।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में कहीं भी युद्ध का संकट आया, हम एक-एक भारतीय को सुरक्षित वापस लाए। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब के ग्रंथों को पूरी श्रद्धा से भारत लाए और ये सब आपके एक वोट की ताकत से हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब नीयत सही होती है, हौसले बुलंद होते हैं, तो नतीजे भी सही मिलते हैं। उन्होंने कहा कि आज हम चारों तरफ विकसित भारत का निर्माण होते हुए देख रहे हैं।
पीलीभीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि कैसे सपा, बसपा और कॉन्ग्रेस के 14 साल में जितने रुपए गन्ना किसानों को मिले थे, उससे ज्यादा रुपए योगी आदित्यनाथ की सरकार यहाँ गन्ना किसानों को दे चुकी है। उन्होंने बताया कि देश में Ethanol Blending को लेकर जो बड़ा अभियान चल रहा है, उससे भी पीलीभीत के किसानों को बड़ा फायदा होने वाला है। प्रधानमंत्री ने ये जानकारी भी दी कि भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों की परेशानी को कम करने के लिए पूरी ताकत से काम किया है। साथ ही कई चीनी मिलें खुलीं है, कई का विस्तार हुआ है और ये काम लगातार किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, “पीलीभीत की धरती पर माता यशवंतरी देवी का आशीर्वाद है। यहाँ आदि गंगा माँ गोमती का उद्गम स्थल है। आज नवरात्रि के पहले दिन मैं देश को ये भी याद दिला रहा हूँ कि कैसे I.N.D.I. गठबंधन ने शक्ति को खत्म करने की सौगंध खाई है। आज देश में जिस शक्ति की पूजा हो रही है, उस शक्ति का कॉन्ग्रेस ने घोर अपमान किया है। जिस शक्ति के आगे हम शीश झुकाते हैं, उस शक्ति को उखाड़ फेंकने की बात ये कॉन्ग्रेस के नेता कर रहे हैं। हमारे कल्याण सिंह जी ने राम मंदिर के लिए अपना जीवन और सरकार समर्पित कर दी। देश के हर परिवार ने अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार योगदान दिया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पीलीभीत की जनता के सामने कहा कि I.N.D.I. गठबंधन वालों को राम मंदिर के निर्माण से पहले भी नफरत थी और आज भी नफरत है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर न बने इसके लिए कॉन्ग्रेस ने लाख कोशिश की, लेकिन जब देश की जनता ने पाई-पाई देकर इतना भव्य मंदिर बना दिया और जब मंदिर वालों ने आपके सारे गुनाह माफ करके प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया। पीएम मोदी ने कहा कि इसके बावजूद कॉन्ग्रेस ने आमंत्रण को ठुकरा कर भगवान राम का अपमान किया और जो नेता प्राण प्रतिष्ठा में गए, उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया।
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि तुष्टिकरण के दलदल में कॉन्ग्रेस इतना डूब गई है कि उससे कभी बाहर नहीं निकल सकती। बकौल पीएम मोदी, कॉन्ग्रेस ने जो घोषणा पत्र बनाया है, वो कॉन्ग्रेस का नहीं, बल्कि मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लगता है। उन्होंने सपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी आज जिस कॉन्ग्रेस के साथ खड़ी है, उस कॉन्ग्रेस ने 1984 में हमारे सिख साथियों के साथ क्या किया था, वो कोई भूल नहीं सकता। उन्होंने कहा कि ये भाजपा है, जो सिखों के साथ पूरी शक्ति से खड़ी है, उनकी भावनाओं को समझते हुए काम करती है।
पीएम मोदी ने कहा, “कॉन्ग्रेस और उसके I.N.D.I. गठबंधन को, देश की महान विभूतियों का अपमान करने में भी संकोच नहीं होता। कॉन्ग्रेस के या समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आज तक कभी स्टैच्यू आफ यूनिटी पर नहीं गए है। ये लोग विदेश घूम आते हैं, लेकिन अपने ही देश में सरदार पटेल की प्रतिमा का दर्शन नहीं करते।” बता दें कि पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने इस बार वरुण गाँधी का टिकट काट कर जितिन प्रसाद को उतारा है, जो कॉन्ग्रेस से आए थे।