कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कुछ दिनों पहले ‘इंडिया टुडे’ की पत्रकार मौसमी सिंह को अपमानित किया था। इसके बावजूद भी वो अपने आत्मसम्मान को ताक पर रख कर कॉन्ग्रेस का बचाव कर रही हैं। असल में मौसमी सिंह ने जो सवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा था, उसे राहुल गाँधी ने ‘BJP का सवाल’ बता दिया था। ‘द लल्लनटॉप’ पर सौरभ द्विवेदी ने इस दौरान मौसमी सिंह से इस घटना के संबंध में सवाल पूछा और राहुल गाँधी की आक्रामकता की आड़ में इसे जायज ठहराए जाने पर सवाल उठाया।
इसके जवाब में मौसमी सिंह ने कहा, “मैंने भी ये सोचा कि मुझे जब राहुल गाँधी ने एकदम से ऐसा कहा, तब मुझे लगा था कि इसमें भाजपा का सवाल कहाँ बनता है? फिर मुझे भी महसूस हुआ कि पिछले 10 वर्षों में एक धारणा, एक सोच राहुल गाँधी की इकोसिस्टम में है। जिस तरह से लगातार कॉन्ग्रेस भी कहती आई है और राहुल गाँधी ने भी इसे बार-बार दोहराया है कि उनकी छवि को बिगाड़ने में मीडिया का बड़ा योगदान रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि चमकाने के लिए राहुल गाँधी की छवि को बदनाम करना – ये भाजपा के लिए बहुत ज़रूरी था।”
मौसमी सिंह ने राहुल गाँधी का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि मीडिया का भी इस करतूत में बड़ा योगदान रहा। बकौल मौसमी सिंह, बाद में ब्रीफिंग में जब पूछा गया तो राहुल गाँधी ने कहा था कि उनका किसी रिपोर्टर के प्रति कोई घृणा की भावना नहीं है, उनका ये भी इरादा नहीं था कि किसी पत्रकार की ईमानदारी पर संदेह करें, लेकिन मीडिया के जो शीर्ष के लोग हैं उन्होंने एक भूमिका निभाई है और उन्हें लगता है कि ये टायकून्स इसके लिए जवाबदेह हैं।
If you want to see what Slavery looks like, watch @mausamii2u defend Rahul Gandhi.
— BALA (@erbmjha) June 29, 2024
She justifies his behaviour in calling her a BJP agent 💀😂 pic.twitter.com/DtImJNzrbY
मौसमी सिंह ने कहा कि राहुल गाँधी ने कई बार पत्रकारों से इस तरह की बात की है, लेकिन उन्हें भी इसका एहसास होगा कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा। इस दौरान उन्होंने राहुल गाँधी को परिपक्व भी बता दिया और कहा कि नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद उन्होंने उन्हें पहचाना और उनसे हालचाल भी लिया। बता दें कि विपक्ष द्वारा संसद न चलने देने और लोगों के टैक्स के पैसे की बर्बादी पर मौसमी सिंह ने सवाल पूछा था, जिस पर भड़के राहुल गाँधी ने उन्हें भाजपा की टीशर्ट पहनने की सलाह दे डाली थी।