Friday, October 18, 2024
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15.65 करोड़ रुपए का घर, ₹73 लाख की खिड़कियाँ… बीवी और 2 बेटियों के साथ इसमें रहता है यहाँ का CM

"एक तरफ तो वो वेतन में सिर्फ़ एक रुपया लेने का ढोंग करते हैं और दूसरी तरफ शान-ओ-शौकत पर इतना ख़र्च करते हैं। गाँव के अपने घर तक के लिए भी उन्होंने 5 करोड़ रुपए की लागत से सड़क बनवाई।"

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के बंगले पर 73 लाख रुपए की खिड़कियाँ-दरवाज़े लगने की ख़बर चर्चा का विषय बनी हुई है। बंगले में लगने जा रहे महँगे और हाईटेक सिक्योरिटी खिड़कियाँ-दरवाज़े के ख़र्च के लिए राज्य सरकार से मंज़ूरी भी मिल गई है। इस मंज़ूरी पर पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के एन चंद्रबाबू नायडू ने सवाल खड़े किए हैं। 

इस मामले पर उन्होंने ट्वीट किया, “YSR जगन की सरकार ने अपने घर की खिड़कियों के लिए 73 लाख रुपए के ख़र्चे को मंज़ूरी दी है! यह सरकारी खजाने की क़ीमत पर किया जा रहा है। यह ऐसे समय पर किया जा रहा है जब पिछले पाँच महीनों से आंध्र प्रदेश की जनता कुप्रबंधन के कारण राजकोषीय गड़बड़ी से जूझ रही है।”

ख़बर के अनुसार, आंध्र प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के कैंप कार्यालय और आवास पर 15.65 करोड़ रुपए ख़र्च कर दिए हैं। 30 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले जगन मोहन रेड्डी ने 73 लाख रुपए केवल खिड़कियों-दरवाज़ों पर ही ख़र्च कर डाले। बता दें कि जगन सरकार ने 9 जुलाई को बिजली आपूर्ति के रख-रखाव के लिए 8.85 लाख रुपए जारी करने का आदेश दिया। इसके बाद 22 जुलाई को हैदराबाद में मुख्यमंत्री आवास के सुरक्षा इंतज़ामों के लिए 24.5 लाख रुपए आवंटित किए गए। इसके अलावा, जन शिक़ायतें सुनने के लिए प्रजा वेदिका के नाम से 20 अगस्त को एक हॉल बनाने के लिए 2.5 लाख रुपए मंज़ूर किए गए।

वहीं, आंध्र प्रदेश के आदेश पर TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू द्वारा बनवाए गए कॉन्फ्रेन्स हॉल को जून, 2019 में यह कहकर गिरा दिया था कि वो अवैध था। इस कॉन्फ्रेन्स हॉल को बनवाने में 8 करोड़ रुपए का ख़र्चा आया था। चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने जगन मोहन रेड्डी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ तो वो वेतन में सिर्फ़ एक रुपया लेने का ढोंग करते हैं और दूसरी तरफ शान-ओ-शौकत पर इतना ख़र्च करते हैं। 

जानकारी के मुताबिक़, जगन मोहन के मई में चुनाव जीतने और फिर सत्ता में आने के बाद उनके गुंटूर के टाडेपल्ली गाँव में घर तक के लिए क़रीब 5 करोड़ रुपए की लागत से सड़क बनवाई गई थी। ये भी राज्य सरकार के आदेश से हुआ था। साथ ही आलीशान घर में बिजली के काम में करीब 3.6 करोड़ रुपए का ख़र्च आया था। इसके अलावा, घर के परिसर में एक हेलीपैड भी बनवाया गया। घर में हेलीपैड और दूसरे सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं में 1.89 करोड़ रुपए ख़र्च हुए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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