उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सरकारी लाइब्रेरी में लव जिहाद करवाने के आरोपों पर जाँच टीम ने छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं। लव जिहाद और इस्लाम का जबरदस्ती प्रचार करने का आरोप लाइब्रेरी के केयर टेकर आसिफ हसन पर है। मामले में मुरादाबाद डीएम की बनाई टीम जाँच कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार (28 अक्टूबर, 2024) को दो सदस्यीय जाँच टीम ने लाइब्रेरी पहुँच कर पूछताछ चालू की। इस टीम में एक वरिष्ठ पुरुष शिक्षक और एक महिला शिक्षक हैं। उन्होंने लाइब्रेरी पहुँच कर छात्र-छात्राओं के बयान दर्ज किए।
जाँच टीम ने 21 छात्र-छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं। जाँच टीम को उन 6 छात्राओं ने भी अपनी आपबीती बताई है, जिन्होंने आसिफ हसन के खिलाफ शिकायत की थी। अब तक जाँच टीम कुल 27 लोगों से आसिफ हसन की करतूतों के बारे में सुन चुकी है।
जाँच टीम ने अभी आसिफ हसन का बयान नहीं लिया है। उसके बयान भी जल्द होने की संभावना है। इस बीच आसिफ हसन के जाँच के दौरान भी लाइब्रेरी में मौजूद रहने की बात कही गई है। इससे जाँच को प्रभावित करने सम्बन्धी बातें भी उठ रही हैं।
गौरतलब है कि लाइब्रेरी के वरिष्ठ सहायक आसिफ हसन पर आरोप है कि वह यहाँ आने वाली छात्राओं को मुस्लिम युवकों से बातचीत करने के लिए प्रेरित करता था और इस्लाम से संबंधित बातें करता था। पिछले छह माह से लाइब्रेरियन का कार्यभार संभाल रहे आसिफ हसन पर यह आरोप लगाया गया है कि वह छात्राओं को मुस्लिम लड़कों से दोस्ती करने को कहता था।
आसिफ हसन की हरकतों से परेशान होकर कुछ छात्राओं ने इस बारे में डीएम को लिखित शिकायत दी थी। इसके बाद दो सदस्यीय कमिटी जाँच के लिए बनाई गई थी। वहीं आरोपों के सामने आने के बाद आसिफ हसन ने खुद के निर्दोष होने का दावा किया था।
आसिफ हसन को आरोपों के बाद उसके पद से हटा कर दूसरी जगह पर तैनात कर दिया गया था। हालाँकि, इस कार्रवाई पर लोगों ने असंतोष व्यक्त किया था। जाँच कमिटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि लव जिहाद के इस मामले में आसिफ हसन की क्या भूमिका थी।