Saturday, November 2, 2024
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राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली दीवाली मना रही अयोध्या, जानिए क्यों इसे कह रहे ‘महापर्व’: दीपदान की तैयारियों से लेकर सुरक्षा तक सब कुछ अनूठी

महंत अजय दास ने बताया कि जिस अयोध्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना ना के बराबर था, वहाँ आज देश के सभी राज्यों के लोग तो दूर विदेशी मेहमान भी भरे पड़े हैं। अजय दास इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देते हैं।

हिन्दू समाज के 500 वर्षों के सतत संघर्ष के बाद अयोध्या में इस साल भगवान श्रीराम का मंदिर उनकी जन्मस्थली पर बना है। इस वजह से अयोध्या के लिए साल 2024 की दीपावली बेहद अहम होने जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं की व्यापक स्तर पर तैयारियाँ की जा रही हैं। वहाँ राज्य पुलिस बल के साथ-साथ केंद्रीय बलों को भी तैनात किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे महापर्व बताते हुए सबको सहभागी बनने का आमंत्रण दिया है। वहीं, अयोध्या जिले के हर वर्ग ने इस महापर्व पर प्रसन्नता जताते हुए इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने का मन बनाया है। अयोध्या में तमाम बड़े प्रशासनिक अधिकारियों ने डेरा डाल रखा है। पुलिस विभाग लगातार बैठकें कर रखा है। चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है।

अयोध्या पुलिस ने अपने मीडिया सेल में बताया है कि नयाघाट, राम की पैड़ी, रामकथा पार्क, लता मंगेशकर चौक, सरयू नदी घाट और आरती स्थल आदि पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस के साथ पैरा मिलिट्री के जवान पैदल गश्त कर रहे हैं। इस अवसर पर भगवान राम के जीवन से जुड़ीं कई झाँकियाँ भी धर्मक्षेत्र में दिख रही हैं।

दीपावली के इस महाआयोजन की सुरक्षा में लगभग 10 हजार सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं। इन्हें प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से अयोध्या बुलाया गया है। ये पुलिस एवं सुरक्षाकर्मी अत्याधुनिक हथियारों और चेकिंग आदि के लिए सुरक्षा उपकरणों से लैस हैं। प्रशासन ने अयोध्या में अभेद्य सुरक्षा बताया है।

इस बार अयोध्या में 28 लाख दीपक जलाए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। मिट्टी के ये दीपक सरयू तट पर जलेंगे। बुधवार (30 अक्टूबर) की सुबह से ही इन दीपकों को सजाया जा रहा है। इसके अलावा पूरे अयोध्या धाम को भव्य रूप दिया गया है। अयोध्या धाम के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसी प्रकार का दीपोत्सव की तैयारी है।

इसी तरह की सजवाट रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और एयरपोर्ट पर भी देखने को मिल रही है। श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट ने घोषणा की है कि अयोध्या में स्वदेशी सामानों से सजावट हो रही है। पूरा अयोध्या भगवा ध्वजों से पटा हुआ है। इस मौके पर UP के CM योगी आदित्यनाथ रामकथा पार्क में भगवान राम का राज्याभिषेक करेंगे। इस कार्यक्रम के सम्पन्न होने के बाद दीपोत्सव का आरम्भ होगा।

CM योगी ने इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने लोगों से इस भव्य कार्यक्रम में सहभागी बनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि 500 वर्ष बाद धर्मधरा अयोध्या धाम में श्रीरामलाल की पावन जन्मभूमि पर बने उनके भव्य-दिव्य मंदिर में भी हजारों दीप प्रज्ज्वलित किए जाएँगे। उन्होंने कहा कि सभी लोग इस गौरवशाली परंपरा का उत्सव मनाएँ।

चित्र- X/योगी आदित्यनाथ

पहले कभी नहीं देखी ऐसी दीपावली

ऑपइंडिया ने इस महापर्व के बारे में अयोध्या के महंत अजय दास से बातचीत की। अजय दास ने हमें बताया कि उनकी उम्र लगभग 50 वर्ष है और वो बचपन से ही अयोध्या में ही पले-बढ़े हैं। अजय दास का दावा है कि इससे पहले उन्होंने कभी भी ऐसी दीपावली नहीं देखी।

महंत अजय दास ने बताया कि जिस अयोध्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना ना के बराबर था, वहाँ आज देश के सभी राज्यों के लोग तो दूर विदेशी मेहमान भी भरे पड़े हैं। अजय दास इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देते हैं।

आगंतुकों में अब और अधिक जोश और जागरूकता

ऑपइंडिया ने अयोध्या में तैनात सुरक्षाबलों के एक अधिकारी से बात की। नाम नहीं छापने की शर्त पर उन्होंने बताया कि पहले के मुकाबले अब आ रहे श्रद्धालुओं में जोश और जागरूकता ज्यादा है। हमें बताया गया कि हर दीपावली पर सुरक्षा व्यवस्था सामान्यतया बढ़ाई ही जाती थी, लेकिन अब उन्हें अतिरिक्त सावधानी का अलर्ट रहता है।

अधिकारी ने बताया कि जिस प्रकार से हर साल अयोध्या दीपकों की संख्या के साथ श्रद्धालुओं की संख्या भी रिकॉर्ड तोड़ रही है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में आने वाले श्रद्धालु अनुशासित होते हैं और कानून का पालन करते हैं। उनका मानना है कि कोई सामाजिक चेतना है जो भगवान राम के भक्तों में मन में जगी है। यही चेतना श्रद्धालुओं को अयोध्या की तरफ आकर्षित कर रही है।

बढ़ा गया हमारा कारोबार

ऑपइंडिया ने अयोध्या के एक व्यापारी विमलेंद्र श्रीवास्तव उर्फ़ पट्टू से बात की। पट्टू का टेढ़ी बाजार के पास घर है, जहाँ वो टेंट हाउस की दुकान चलाते थे। विमलेंद्र ने बताया कि अयोध्या के पहले वाले माहौल में उनको टेंट के कारोबार में बहुत घाटा लगा था। उनको लाखों का नुकसान हुआ था। इसके बाद उन्होंने इस काम को छोड़कर शाकाहारी खान-पान का काम शुरू किया है।

विमलेंद्र श्रीवास्तव ने हमें बताया कि अब अयोध्या का माहौल पूरी तरह बदल गया है। श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार आ रही है। इसकी वजह से उनका खाने-पीने का कारोबार बहुत अच्छा चल रहा है। बकौल विमलेंद्र, पहले उनको बड़ी पूँजी लगाकर मुनाफे के बजाय घाटा मिला, लेकिन अब कम पूँजी के काम में भी उनको अच्छा मुनाफा मिल रहा है। इसके लिए उन्होंने भगवान राम को धन्यवाद दिया।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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