बांग्लादेश की राजधानी ढाका में डॉ. महबूबुर रहमान मोल्ला कॉलेज (DRMC) में छात्रों के दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प ने पूरे इलाके को दहला दिया। इस हिंसा में कॉलेज को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुँचा, 100 से अधिक छात्र घायल हुए, और स्थानीय निवासियों के बीच भय का माहौल पैदा हो गया। इस मामले में 7 हजार से 8000 छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार (25 नवंबर 2024) सुबह करीब 10 बजे सुहरावर्दी कॉलेज के छात्रों ने डंडों के साथ प्रदर्शन शुरू किया और कवि नजरुल कॉलेज के सामने जुट गए। यहाँ छात्रों ने जोरदार नारेबाजी की और कॉलेज प्रशासन के शांति की अपील करने पर उन्हें ‘फेक, फेक’ के नारों से जवाब दिया। इसके बाद ये छात्र डॉ. महबूबुर रहमान मोल्ला कॉलेज पहुँचे और वहाँ बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ शुरू कर दी। ये बवाल ढाका के पॉलिटेक्निक कॉलेज तक पहुँच गया।
Students in Bangladesh engaged in a free for all inter college brawl while Azaan plays at the background.
— Counter Propaganda Division (@CounterDivision) November 25, 2024
The "Nobel Prize" model of governance…. we under the "Chai wallah" model of governance, will never fathom these modern democracies evolved out of revolutions… pic.twitter.com/Atj0kvxRp3
कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, छात्रों के इस हिंसक प्रदर्शन में कॉलेज को लगभग 70 करोड़ टका का नुकसान हुआ। 12 मंजिला कॉलेज बिल्डिंग की लगभग सभी खिड़कियाँ और दरवाजे टूट गए। लाइब्रेरी, कैश काउंटर, प्रिंसिपल का ऑफिस, विज्ञान प्रयोगशाला और शौचालय तक तोड़ दिए गए। आठवीं और नौवीं मंजिल पर स्थित दो विज्ञान प्रयोगशालाओं में छात्रों ने केमिकल फैला दिए, जिससे जहरीली गैस पूरे कॉलेज में फैल गई।
कॉलेज के प्रधानाचार्य ओबैदुल्लाह नय्योन ने बताया कि 300 से अधिक पंखे, 30 लैपटॉप, पाँच लिफ्ट और कई अन्य महत्वपूर्ण उपकरण नष्ट कर दिए गए। इसके अलावा, छात्रों ने कॉलेज से महत्वपूर्ण दस्तावेज और प्रमाणपत्र भी बर्बाद कर दिए। प्रधानाचार्य ने पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी और अन्य सुरक्षाबल सुबह से मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने छात्रों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। कॉलेज प्रशासन ने एक फेसबुक ग्रुप “UCB” पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस ग्रुप के माध्यम से छात्रों को उकसाया गया और साजिश रची गई
8000 छात्रों के खिलाफ एफआईआर
वहीं, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के वारी डिवीजन के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद सालेह उद्दीन ने कहा कि यह हमला अचानक नहीं, बल्कि योजना बनाकर रची गई साजिश थी। उनका दावा है कि कुछ बाहरी तत्व, जो खुद को छात्र बताकर कॉलेज में दाखिल हुए, इस हमले के पीछे थे। पुलिस ने आरोपियों को 24 घंटे के भीतर पकड़ने का वादा किया है। सोमवार (25 नवंबर 2024) को पुलिस ने घटना को लेकर एफआईआर दर्ज की, जिसमें 7,000-8,000 छात्रों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं। एफआईआर में सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुँचाने, पुलिस पर हमला करने और सरकारी हथियारों की लूटपाट का जिक्र है।
इस बवाल की वजह से सुहरावर्दी कॉलेज की ऑनर्स प्रथम वर्ष की परीक्षाएँ स्थगित कर दी गई हैं। साथ ही, कॉलेज के छात्रों और कर्मचारियों के बीच असुरक्षा की भावना व्याप्त है। पुलिस और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) ने इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था की है।